न्यूज़ डेस्क (Bns)। लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस का आज आखिरी दिन है। तीसरे दिन 10 अगस्त को चर्चा की शुरुआत करते हुए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि दुनिया मंदी का सामना कर रही है, वहीं भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा कि बार-बार 6 दशकों से गरीब हटाओ, हम सुनते रहे, लेकिन क्या सचमुच गरीबी हटी क्या? यूपीए सरकार में गरीबी नहीं हटी, लेकिन हमारी सरकार के कार्यकाल में गरीब हटी। प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों की वजह से हम आगे बढ़े। आम लोगों के लिए कई योजनाएं शुरू की गईं। आप जनता को सपने दिखाते हैं, हम सपने साकार करते हैं।
UPA के समय 'बनेगा, मिलेगा' जैसे शब्द प्रचलन में थे। लेकिन आजकल लोग 'बन गया, मिल गया, आ गया' जैसे शब्द उपयोग कर रहे हैं।
– पहले लोग कहते थे कि ‘बिजली आएगी’, अब कहते हैं ‘बिजली आ गई’।
– पहले ‘गैस कनेक्शन मिलेगा’ था, अब ‘गैस कनेक्शन मिल गया’।
– पहले ‘आवास मिलेगा’ चलता था, अब… pic.twitter.com/6gYuoOvG9A
— Nirmala Sitharaman Office (@nsitharamanoffc) August 10, 2023
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में कहा कि 2013 में मॉर्गन स्टेनली ने भारत को दुनिया की पांच नाजुक अर्थव्यवस्थाओं की सूची में शामिल किया था। भारत को नाजुक अर्थव्यवस्था घोषित कर दिया गया। आज उसी मॉर्गन स्टैनली ने भारत को अपग्रेड कर ऊंची रेटिंग दी है। केवल 9 वर्षों में, हमारी सरकार की नीतियों के कारण अर्थव्यवस्था ऊपर उठी और कोविड के बावजूद आर्थिक विकास हुआ। आज हम दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था हैं।
यूपीए पर तंज कसते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि बनेगा, मिलेगा जैसे शब्द अब प्रचलन में नहीं हैं। आजकल लोग क्या उपयोग कर रहे हैं? बन गया, मिल गया, आ गया। यूपीए के कार्यकाल के दौरान लोग कहते थे बिजली आएगी, अब लोग कहते हैं बिजली आ गई। उन्होंने कहा गैस कनेक्शन मिलेगा, अब ‘गैस कनेक्शन मिल गया…उन्होंने कहा एयरपोर्ट बनेगा, अब एयरपोर्ट बन गया।
I.N.D.I.A. गठबंधन पर निशाना साधते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री यहां के मोहल्ला क्लीनिक देखने दिल्ली आए। उन्होंने आकर कहा कि इनमें कुछ खास नहीं है और हम निराश हैं। ये I.N.D.I.A. गठबंधन की लड़ाई का एक उदाहरण है।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि यूपीए ने पूरा एक दशक बर्बाद कर दिया क्योंकि वहां बहुत भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद था। आज हर संकट और विपरीत परिस्थिति को सुधार और अवसर में बदल दिया गया है।
यूपीए पर हमला करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि हमने महसूस किया है कि बैंकिंग क्षेत्र को स्वस्थ रहने की जरूरत है और इसलिए हमने कई कदम उठाए हैं। बैंक राजनीतिक हस्तक्षेप के बिना काम करने में सक्षम हैं, वे पेशेवर ईमानदारी के साथ काम कर रहे हैं। बैंकों में फेलाया हुआ आपका रायता हम साफ कर रहे हैं।