जीवन कौशल की कार्यशाला सफलतापूर्वक संपन्न
मुंगेली। रूम टू रीड कार्यक्रम समन्वयक प्रिया सिंह की अध्यक्षता में बीआरसी भवन में जीवन कौशल कार्यशाला के तहत एक दिवसीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्कूलों में चलाये जा रहे जीवन कौशल सत्र का अनुभव एवं समस्या के बारे में चर्चा की गई। कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में हो रहे जीवन कौशल से बालिकाओं को आत्मनिर्भरए आत्मविश्वास व विषम परिस्थितियों से किस प्रकार निकल कर आगे बढऩे और किशोरियों में हो रहे शारीरिक परिवर्तन के बारे में उन्हे जागरूक किया जा रहा है। विद्यालय में चलाये जा रहे इस कार्यक्रम की वजह से छात्राएं खुद को पहचान कर अपनी क्षमताओं से आगे बढ़कर अपने जीवन में परिवर्तन ला रही है। बहुत सी बालिकाएं अपनी समस्या का समाधान खुद ढुंढ रही है और निर्भिक होकर अग्रसर हो रही है। राजीव गांधी मिशन के जिला परियोजना समन्वय श्री एसके अम्बष्ट और एपीसी श्री व्हीपी सिंह ने अपने अनुभव और जानकारी सांझा करते हुए कहा कि हमें कुछ हटकर अनोखा कार्य करना चाहिए जिससे बालिकाओं में परिस्थितियों का सामना करने का समझ विकसित हो और वो अपनी जीवन को बेहतर तरीके से जी सके। बैठक में गुड टच बैड टच के साथ माहवारी स्वच्छता पर भी छात्राओं को जानकारी दी गई।
बालिका शिक्षा कार्यक्रम के सकारात्मक परिणामों को देखते हुए परियोजना विजयी कार्यक्रम की शुरूआत अक्टूबर 2018 में की गई। यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के सभी 27 जिलों में 93 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयए 55 आश्रम शालाए 28 बालिका पोर्टा केबिन एवं 3 अन्य आवासीय संस्थानों में क्रियान्वित हो रहा है। इन सभी संस्थानों में कक्षा 6वीं से लेकर 8वीं तक की बालिकाओं को जीवन कौशल की शिक्षा प्रदान की जा रही हे। कार्यक्रम के संदर्भ में छत्तीसगढ़ राज्य के कुल 314 अधीक्षिकाओं एवं शिक्षिकाओं को जीवन कौशल आधारित प्रशिक्षण रूम टू रीड द्वारा दिया गया है। इस कार्यक्रम के तहत बालिकाओं के साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई है। स्वयं के बारे में जाननाए निर्णय लेनाए लक्ष्य निर्धारित करनाए विवेचनात्मक सोचए शारीरिक बदलावों को समझना। बालिकाओं को जीवन कौशल से लैस करना ताकि वे अपनी पढ़ाई पूरी कर सके। रोजगार से जुड़े मूलभूत कौशल प्राप्त कर सके। जीवन के जरूरी निर्णय पूरी समझ के साथ ले सकें और एक सफल व विजयी जीवन का मार्ग प्रशस्त करें। बैठक में सदस्य उषा भास्करए रश्मि मिश्राए रूपा चंद्राकरए अलका सोनीए वर्षा दुबे आदि मौजूद थे।