तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री और सचिव के खिलाफ भी दर्ज हो मामला

तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री और सचिव के खिलाफ भी दर्ज हो मामला

रायपुर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष और तत्कालीन विधायक अमित जोगी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को पत्र लिख कर इस बात से अवगत कराया था कि डीकेएस में लॉन्ड्रिंग की धुलाई मशीनों व अन्य उपकरणों की खरीदी में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार हो रहा है, अत: उसकी जांच कराई जाए। परंतु डॉ रमन सिंह ने इस मामले में कोई जांच नहीं कराई क्योंकि इस प्रकरण में उनके दामाद डॉ पुनीत गुप्ता सम्मिलित थे। साथ ही इस प्रकरण में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर, स्वास्थ्य सचिव व डीएमई की मिली भगत से यह घोटाला किया गया था। अब प्रश्न यह है कि इन सबके के बीच इतना बड़ा घोटाला होता रहा लेकिन उनके संज्ञान में यह बात नहीं थी या मुख्यमंत्री ने दामाद के कारण अपनी आँखों को बंद कर लिया था? डॉ पुनीत गुप्ता पर एफआईआर दर्ज करवाया गया है तो उनकी यह मांग है कि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री, डीएमई व स्वास्थ्य सचिव के ऊपर भी अपराध दर्ज किया जाए ताकि इस प्रकरण की नए सिरे से तह तक जाकर जांच हो पाए और इसमें सम्मिलित सभी दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जा पाए।

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