132 गांवों में होगा चारागाह का निर्माण

132 गांवों में होगा चारागाह का निर्माण

जांजगीर-चांपा। कलेक्टर श्री नीरज कुमार बनसोड़ ने जिला कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक ली। बैठक में उन्होंने जिले में संचालित विभिन्न विकास योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि जिले में एक मार्च से बोर्ड परीक्षा प्रारंभ हुआ है। परीक्षा के लिए सफल संचालन के लिए जिला स्तर पर प्रभारी अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। उन्होंने प्रभारी अधिकारियों और अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को परीक्षा केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण करने के निर्देश दिये।

बैठक में उन्होंने कहा कि लोक सेवा गारंटी योजना, वन अधिकार पत्रक, कर्मचारियों-अधिकारियों की कार्यालय में उपस्थिति और छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी नरवा, गरूआ, घुरवा और बाड़ी राज्य शासन की सबसे प्रमुख योजनाओं में से है। इन योजनाओं में से किसी भी प्रकार की उदासीनता और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि लोक सेवा गारंटी योजना के तहत आम लोगों द्वारा प्राप्त आवेदन पत्रों का निराकरण निर्धारित अवधि में किया जाता है। लेकिन कुछ विभागों द्वारा निर्धारित समय पर प्राप्त आावेदन पत्रों का निराकरण नहीं किया गया है उन्होंने प्राप्त आवेदन पत्रों को पूर्ण गुणवत्ता के साथ निराकृत करने के निर्देश दिये। इसी तरह उन्होंने वन अधिकार पत्रक की तहत प्राप्त आवेदन पत्रों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि वन अधिकार के तहत व्यक्तिगत और सामुदायिक प्रायोजन के लिए प्राप्त कुछ आवेदन पत्र निरस्त कर दिये गये हैं। उन्होंने ऐसे आवेदन पत्रों का पुन: बारिकी के साथ परीक्षण करने के निर्देश दिये। ताकि जिला स्तरीय समिति द्वारा व्यक्तिगत और सामुदायिक प्रयोजन के लिए वन अधिकार पत्रक दिया जा सके। बैठक में उन्होंने कहा कि राज्य शासन द्वारा कार्यालय में अधिकारी-कर्मचारी की उपस्थिति को गंभीरता से लिया गया है।

उन्होने कहा कि उनके द्वारा और संभागायुक्त द्वारा कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया जाएगा। अनुपस्थित पाये जाने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के विरूद्ध सख्त अनुशासनात्म कार्यवाही करने की बात कही। बैठक में उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी ‘नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी’ का प्रबंधन ग्रामीण अर्थव्यवस्था में गहराई से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के तहत नदी नालों का संरक्षण कर भू-जल स्तर में वृद्धि, पशुधन संरक्षण के तहत गोठान विकास, जैविक खाद निर्माण एवं बायो गैस तैयार कर गांवों को स्वावलंबी और समृद्धि लायी जाएगी। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के तहत पशुओं के लिए जिले के 132 गांवों में चारागाह का निर्माण किया जाएगा। चारागाह का निर्माण मनरेगा योजना के तहत किया जाएगा। इसी तरह उन्होंने जिले में अक्षय बारी निर्माण के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिये। बैठक में उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं प्रगति की भी विस्तापूर्वक समीक्षा की। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिये गये लक्ष्य को निर्धारित अवधि में पूरा करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर उन्होंने लोकसभा निर्वाचन 2019 के संबंध में की जा रही कार्यो की भी प्रगति की जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अजीत वसंत, वन मंडलाधिकारी, अपर कलेक्टर श्री ए.के. घृतलहरे, सभी अनुभाग के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, सभी जिला स्तरीय अधिकारी, सभी जनपद पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी और नगरीय निकायों के सभी मुख्य नगर पालिका अधिकारी उपस्थित थे।

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