न्यूज़ डेस्क। बीते दिन गणतंत्र दिवस के अवसर पर फर्जी किसानों ने जिस तरह तांडव किया, उसे किसी भी तरीके से उचित नहीं ठहराया जा सकता। आज किसान आंदोलन के नाम पर किसानों ने न सिर्फ देश के सबसे पावन अवसर पर देश को बदनाम किया, बल्कि कानून के विरोध के नाम पर कानून की ही धज्जियां उड़ाकर कर रख दीं। जिस तिरंगे की शान रखने के लिए न जाने कितने लोगों ने अपनी शहादत दी है, उसी झंडे को अपमानित किया गया। बेकाबू प्रदर्शनकारियों ने पुलिस कर्मियों पर पथराव किया और सरकारी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया। ये सब तथाकथित किसान नेताओं के संरक्षण और कांग्रेस के समर्थन से हुआ।
तिरंगे और गणतंत्र दिवस की गरिमा भंग करने वाले ये किसान हो सकते हैं?
किसानों की आड़ में छुपने वाले इन आस्तीन के सांपों को जनता के टैक्स से कब तक दूध पिलाया जाएगा?#तिरंगा_मेरा_अभिमान pic.twitter.com/EN5zVpwaJt
— शिवशंकर (@ShivshankarS) January 26, 2021
केंद्र के 3 नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान अपनी ट्रैक्टर परेड लेकर नई दिल्ली के लाल किले तक घुस गए और उन्होंने लाल किले पर लाल-पीला झंडा भी फहरा दिया। प्रदर्शनकारी किसानों ने लाल किले के फाटक पर रस्सियां बांधकर इसे गिराने की कोशिश भी कीं।
जय हिंद #TractorRally 🇮🇳🇮🇳 pic.twitter.com/pDw4YSh3YD
— Ashok Basoya 🇮🇳 (@ashokbasoya) January 26, 2021
किसानों को एक गुंबद के शीर्ष पर एक झंडा लगाते हुए देखा गया। वहीं, उस जगह पर खालसा पंथ और किसानों का झंडा लगाया गया, जहां पर प्रधानमंत्री हर वर्ष स्वतन्त्रता दिवस के मौके पर तिरंगा फहराते आए हैं। इससे पता चलता है कि किसानों ने दिल्ली में उपद्रव करने के लिए पूरी तैयारी कर रखी थी।
https://twitter.com/rajamit92/status/1353972920855347200?s=20
गणतंत्र दिवस के मौके पर ऐसे कई वीडियो सामने आ चुके हैं, जिनमें देखा जा सकता है कि प्रदर्शनकारियों द्वारा बैरिकेड तोड़ दिए गए, पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया और सेन्ट्रल दिल्ली में ITO में पुलिस वाहन में तोड़फोड़ की गई। हिंसक प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आँसू गैस छोड़े गये।
https://twitter.com/pooja_jarona/status/1353972130413613056?s=20
एक पुलिसकर्मी के साथ कुछ किसान प्रदर्शनकारियों द्वारा दिल्ली स्थित ITO में मारपीट और हाथापाई का वीडियो सामने आया है। हाथ में डंडे लिए इन प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिसकर्मी को सड़क पर घेर लिया गया और उनके साथ हाथापाई की गई। तभी उन्हीं प्रदर्शनकारियों में से कुछ लोगों ने आकर बीच-बचाव कर पुलिसकर्मी को सुरक्षित खींच निकाला।
ये किसका बस तोड़ रहे है शर्म आती है हम टैक्सपेयर का पैसा यूँ आंदोलन के नाम पर सस्ती राजनीति के चक्कर में हर साल बह जाता है ! थू हैpic.twitter.com/ghV7ZN8Iy9
— Bhairav Shukla (@bhairavshuklaa) January 26, 2021
किसान प्रदर्शनकारियों ने मर्यादा की सभी हदें लांघनी भी शुरू कर दी है। एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें देखा कि सड़क पर प्रदर्शनकारियों ने एक महिला पुलिस को घेर कर पकड़ लिया और उसे एक कोने में लेकर चले गए। महिला पुलिस को किसान प्रदर्शनकारी चारों ओर से घेरे हुए थे। कोने में ले जाकर महिला कॉन्स्टेबल के साथ दुर्व्यवहार किया गया।
देख लो नकली किसानों का सब असली चेहरा!🙏
क्या वास्तव में ये देश के किसान हो सकते है?
कहीं किसानो की आड़ लेकर शांतिदूत व खालिस्तानी तो नही❓🤔
योगी जी🚩 जैसे एक्शन में आओ#दिल्ली_पुलिस_लठ_बजाओ 🙏 pic.twitter.com/V0akbJtFiv
— Utkarsh Srivastawaᵒᶠᶠⁱᶜⁱᵃˡ (@SpeakUtkarsh) January 26, 2021
दिल्ली पुलिस के जवानों को किसानों की इस अराजकता के कारण उन्हें नियंत्रित करने में खासी परेशानी हो रही है। दिलशाद गार्डन में ड्यूटी के दौरान ही एक पुलिस का जवाब बेहोश होकर गिर पड़ा, जिसके बाद बाकी पुलिसकर्मियों ने उसे वहाँ फर्स्ट एड दिया। होश में आने के बाद उक्त पुलिस के जवान को अस्पताल ले जाया गया। वहीं ITO सेंटर में तो बसों को भी नुकसान पहुँचाया गया। किसान तोड़फोड़ कर आगे बढ़ते चले गए।
https://twitter.com/_ImJagriti6/status/1354074098234658816?s=20
A Delhi Police personnel was looked after by other Police personnel as he fell unconscious while on duty at Dilshad Garden, during the farmers' protest. He is now being taken to a hospital after regaining consciousness. pic.twitter.com/9Rmp9BtAQR
— ANI (@ANI) January 26, 2021