लोक वाद्य और लोक धुनों से संयोजित फोक आर्केस्ट्रा ने रंग जमाया
रायपुर। रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय द्वारा दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित 12वां साउथ एशियन युनिवर्सिटीज फेस्टिवल के तहत शनिवार को फोक आरकेस्ट्रा स्पर्धा में शामिल प्रतिभागियों ने परंपरागत वाद्य और अंचल विशेष की लोक धुनों से संयोजित फोक आर्केस्ट्रा की रंगारंग प्रस्तुति दी।
फोक आरकेस्ट्रा स्पर्धा के तहत साउथ फेस्ट में परंपरागत वाद्य तुंबी, मटका, मंजीरा, खंजरी, घुंघरू के साथ पंजाब के युवाओं ने फोक आर्केस्ट्रा की ऊर्जावान प्रस्तुति दी। पश्चिम बंगाल के दल द्वारा भी प्रस्तुति दी गई। दल ने एकतारा, दोतारा, खंजीरा, धमसा के जरिए पश्चिम बंगाल के परंपरागत गीत को प्रस्तुत किया गया। असम दल ने परंपरागत 25 वाद्यों के साथ फोक आरकेस्ट्रा की प्रस्तुति दी। नंदित ने बताया आर्केस्ट्रा में लोकधुनों के साथ परंपरागत बीहू जैसे नृत्य में प्रयुक्त संगीत का संयोजन किया गया। छबीना ढोल, ढोल, ताशा जैसे परंपरागत वाद्य के साथ मुंबई दल ने फोक आर्केस्ट्रा में होली, गणेश जैसे पर्वों पर बजाए जाने वाले परंपरागत गीतों का संयोजन किया।