रायपुर। कोविड-19 संक्रमण की संभावना को देखते हुए शासन के निर्देशानुसार जिलों में इससे बचाव एवं उपचार को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है। कोविड केयर सेंटर की व्यवस्थाएं फिर से दुरस्त की जा रही है। जीवन रक्षक उपकरणों की जांच कर उन्हें क्रियाशील स्थिति में लाने का काम भी स्वास्थ्य विभाग के अमले द्वारा किया जा रहा है। इसी सिलसिले में आज मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के कलेक्टर श्री पी.एस. ध्रुव ने मुख्य चिकित्सा विभाग एवं स्वास्थ्य अधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली। कलेक्टर ने स्वास्थ्य…
दिन: 27 दिसम्बर 2022
मुख्यमंत्री के भेंट-मुलाकात में 25 वर्षाें से लंबित मामले का हुआ त्वरित निराकरण
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट-मुलाकात के माध्यम से 25 वर्षाें से लंबित भू-अर्जन मुआवजे के प्रकरण का आज निराकरण हो गया। मुख्यमंत्री ने 25 वर्षो से भू-अर्जन की मुआवजा राशि का इन्तजार कर रहे बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के 54 किसानों को 6 करोड़ 97 लाख 49 हजार रूपए की मुआवजा राशि का ऑनलाईन भुगतान किया। मुख्यमंत्री ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के इन किसानों को भू-अर्जन मुआवजा राशि सहित हितग्राहियों को चिटफंड कम्पनी से वसूल की गई राशि…
गुरु घासीदास बाबा के संदेशों में मिलती है संविधान में लिखे समानता के अधिकार की झलक : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दुर्ग जिले के पाटन विकासखण्ड के ग्राम सुरपा बेल्हरी में सतनाम धर्म के प्रणेता संत गुरु घासीदास बाबा की जयंती कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा गुरू घासीदास के समाज में एकता, भाईचारे और समरसता के संदेश का समाज के लोगों को संगठित करने में विशेष योगदान है। इस अवसर पर उन्होंने गुरु घासीदास बाबा का स्मरण करते हुए जीवन की दिशा सकारात्मक रखने की सलाह दी। उन्होंने देश के संविधान का उदाहरण दिया जिसमें समानता पर बल दिया गया है। उन्होंने कहा…
शक्ति, भक्ति और ज्ञान तीनों को पूर्ण रूप से समाहित करते हैं, भगवान हनुमान : मुख्यमंत्री बघेल
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज दुर्ग जिले के ग्राम पतोरा (उतई) में हनुमान मंदिर वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में पहुंचे थे। जहां उन्होंने भगवान हनुमान को शक्ति, भक्ति और ज्ञान तीनों को समावेशित करने वाला बताया। मुख्यमंत्री ने कहा ज्ञान की प्राप्ति कर क्रोध का त्याग किया जा सकता है। भगवान हनुमान भी ज्ञान और भक्ति का अद्भुत स्वरूप थे। उनके ज्ञान ने उन्हें क्रोध करना नहीं सिखाया और भक्ति ने दिशा दिखाई। हनुमान चालीसा का पाठ करने पर आज भी आप ज्ञान का संचार अपने भीतर कर सकते हैं। हम सभी…