नहीं चाहिए मोदी का हिंदुस्तान
कांग्रेस सुप्रीमो राहुल गांधी ने रायपुर के अटलनगर से मोदी को खुली चुनौती दे दी कि हमें नहीं चाहिए मोदी का हिंदुस्तान जहां अनिल अंबानी, नीरव मोदी, माल्या और चौकसी जैसे लोग हिंदुस्तान के लोगों की पैसा छीनते हैं। इसलिए 2019 की लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को जितायें और कांग्रेस पार्टी की ओर से वे मंच से बड़ा ऐलान कर गए कि हिंदुस्तान के हर व्यक्ति को मिनिमम इंकम देंगे जो अब तक नहीं हो पाया है। किसानों की ऋणमाफी आभार रैली में छत्तीसगढ़ पहुंचे राहुल गांधी का जोश देखते ही बन रहा था, छत्तीसगढ़ में इससे पहले भी वे लगातार आते रहे लेकिन जिस सधे अंदाज में उन्होने सभा को संबोधित किया कांग्रेस नेता ही नहीं बल्कि सूबे से पहुंचे लोगों ने भी स्वीकारा कि राहुल में अब मेच्योरिटी आ गई है। जब उन्होने कहा कि पूरी दुनिया के धान का कटोरा कहलायेगा छत्तीसगढ़ जब यहां का अनाज,सब्जी और अन्य उपज दुनिया के हर शहर में जायेगा, तो तालियों की गडग़ड़ाहट ने उनकी बातों को जोरदार समर्थन दिया। राहुल गांधी राज्य कांग्रेस के नेताओं को एक साथ कई नसीहत दे गए। विधानसभा चुनाव से पहले भी वे इसी बात को दोहराते रहे. सभी के सामूहिक प्रयास व एकजुटता को बार-बार इंगित करते रहे। पार्टी के हर अनुषंगी इकाईयों को भी जमकर पुचकारा वहीं सभी को उनकी जिम्मेदारी का अहसास भी कराया। जनता ने जो विश्वास जताया है उनकी निष्ठा पर खरा उतरने की बात भी उन्होने कही। पिछली सरकार की नाकामियों को उन्होने ज्यादा नहीं कुरेदा सिर्फ एक बार कहा कि जो पन्द्रह साल में नहीं हुआ वह हम पांच साल के काम में कर दिखाएंगे। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के कुछ घंटों में हुए फैसले आपने देखा है,मोदी के पास किसानों का कर्ज माफ करने के लिए पैसे नहीं हैं, वे देश का पैसा अंबानी, नीरव, माल्या से लुटवा रहे हैं। फोकस किसानों पर ही रहा लेकिन छत्तीसगढ़,मध्यप्रदेश व राजस्थान सरकार की उपलब्धियों को सांकेतिक रूप देते हुए 2019 लोकसभा चुनाव के लिए समर्थन मांगा। राहुल ने यह भी कहा कि विचारधारा की एक बड़ी लड़ाई लड़ी जा रही है, इसलिए नहीं चाहिए मोदी का हिंदुस्तान..। राहुल के जोशीले संबोधन और मौसम के बदले मिजाज के बीच किसानों की भारी मौजूदगी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह भर दिया। आभार रैली की सफलता से गदगद कांगे्रसी इसे लोकसभा से पहले का अच्छे दिन बता रहे हैं इसलिए कि गढ़बो नवा छत्तीसगढ़़..।