मुख्यमंत्री ने सुप्रसिद्ध गीतकार नरेन्द्र श्रीवास्तव के निधन पर दु:ख व्यक्त किया
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के सुप्रसिद्ध गीतकार और कहानीकार श्री नरेन्द्र श्रीवास्तव के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। श्री बघेल ने कहा कि उनके देहावसान से छत्तीसगढ़ ने एक बड़े साहित्यकार को हमेशा के लिए खो दिया है।
मुख्यमंत्री ने आज यहां जारी शोक-संदेश में कहा है कि जांजगीर-चांपा जिले के निवासी लोकप्रिय गीतकार स्वर्गीय श्री श्रीवास्तव ने लगभग 60 वर्षों तक अपनी साहित्य साधना से देश और समाज को सही दिशा देने का प्रयास किया। कवि सम्मेलनों के मंचों पर और विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में मानवीय संवेदनाओं पर आधारित अपने गीतों से उन्होंने साहित्य जगत में छत्तीसगढ़ की पहचान बनाई और अपार लोकप्रियता हासिल की। ज्ञातव्य है कि श्री नरेन्द्र श्रीवास्तव का कल बिलासपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में निधन हो गया। उनका जन्म 21 जून 1937 को छत्तीसगढ़ के तखतपुर क्षेत्र के ग्राम विजयपुर में हुआ था। वह वर्ष 1958 से लगातार लेखन कार्य से भी जुड़े हुए थे। उन्हें वर्ष 2003 में माधवराव सप्रे सम्मान और वर्ष 2009 में डॉ. प्रमोद वर्मा सम्मान से नवाजा गया था। हाल ही में मायाराम सुरजन फाउण्डेशन रायपुर द्वारा उन्हें लोक चेतना अलंकरण से सम्मानित करने की भी घोषणा की गई थी। कविताओं के साथ-साथ उनकी अनेक कहानियां भी पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई।