लुधियाना के चक्काजाम में ‘भिंडरावाले’ का झंडा? चक्का जाम में भी खालिस्तानी तत्व घुसपैठ करने में कामयाब

लुधियाना। यह तो काफी हद तक जाहिर हो चुका है कि खालिस्तानी अलगाववादी भारत में चल रहे किसान आंदोलन का फायदा उठाना चाहते हैं। इस बीच एक नई तस्वीर से सवाल उठ गया है कि क्या शनिवार को बुलाए गए चक्का जाम में भी खालिस्तानी तत्व घुसपैठ करने में कामयाब हो गए? निजी न्यूज एजेंसी ने लुधियाना की एक तस्वीर जारी की है जिसमें एक ट्रैक्टर पर लगे झंडे में जरनैल सिंह भिंडरावाले जैसी छवि दिख रही है।

जून 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार में मारा गया भिंडरावाले सिखों के धार्मिक समूह दमदमी टकसाल का प्रमुख था। सिखों के लिए अलग देश की मांग करने वालों में भिंडरावाले को प्रमुख बताया जाता है। खालिस्तानी अलगाववादी उसे अपना आदर्श मानते हैं। पिछले दिनों सिंघु बॉर्डर पर भी उसका पोस्टर दिखा था। विदेशों में खालिस्तानी समर्थकों के प्रदर्शनों में भी वह दिखता रहा है।

दिल्ली सीमा पर प्रदर्शन स्थलों के आसपास के इलाकों में इंटरनेट पर पाबंदी लगाने, अधिकारियों द्वारा कथित रूप से प्रताड़ित किए जाने और अन्य मुद्दों को लेकर किसान संगठनों ने 6 फरवरी को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक देशव्यापी चक्का जाम का ऐलान किया था। चक्का जाम का पंजाब और हरियाणा में अच्छा असर देखा गया। विभिन्न किसान संगठनों से जुड़े किसानों ने विभिन्न स्थानों पर स्टेट और नेशनल हाईवे को जाम कर दिया था, जिसकी वजह से यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा।

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