नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने G20 के पदाधिकारियों और ग्राउंड स्टाफ के साथ बातचीत में कहा कि, ‘हम सब मजदूर हैं, मैं थोड़ा बड़ा वाला मजदूर हूं और आप थोड़े छोटे वाले वाले मजदूर हैं। लेकिन हम सब एक मजदूर हैं’ पीएम मोदी ने कहा कि आज के कार्यक्रम ने श्रमिकों की एकता को दिखाया हैं और आज मजदूक एकता जिंदाबाद है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार 22 सितंबर की रात भारत मंडपम में लगभग 3 हजार G20 के पदाधिकारियों और ग्राउंड स्टाफ के साथ डिनर कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। इस दौरान पीएम मोदी ने सभा को संबोधित करते ये बातें कहीं।
'टीम जी-20' के साथ संवाद करते हुए प्रधानमंत्री @narendramodi ने कहा- हम सब मज़दूर हैं और आज का कार्यक्रम भी मज़दूर एकता ज़िंदाबाद का है #G20India #G20India2023 @g20org @PMOIndia pic.twitter.com/TWh0rvPWwr
— डीडी न्यूज़ (@DDNewsHindi) September 22, 2023
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि, कोई काम मेरे लिए छोटा नहीं है, ये मानकर चलिए, तो सफलता आपके चरण चूमने लग जाती है।’
पीएम मोदी ने कहा कि इस चुनौतीपूर्ण समय में दुनिया अब भारत पर निर्भर है। पहले आपदाओं में दूसरों की मदद करने में केवल पश्चिमी देशों की चर्चा होती थी लेकिन अब विदेशी संकटों में भारत के काम ने दुनिया को उसकी क्षमताओं के बारे में बता दिया है। ये हम सबकी मेहनत और लगन का ही फल है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ”हमारे देश के सामने दो अनुभव हैं…पहला, कॉमनवेल्थ गेम्स- ‘जिसका हम ब्रांडिंग कर देते, देश की पहचान बना देते, देश के सामर्थ्य को बढ़ा भी देते और देश के सामर्थ्य को दिखा भी देते, लेकिन दुर्भाग्य से वो इवेंट ऐसी चीजों में उलझ गया कि उसमें करने धरने वाले लोग भी बदनाम हुए, देश भी बदनाम हुआ और उससे देश में निराशा पैदा हुई।’ दूसरा, G20, इसमें ऐसा सामर्थ्य था कि विश्व को उसके दर्शन कराने में हमारी सफलता थी। इससे देश में एक ऐसा विश्वास पैदा हो गया है कि ऐसे किसी भी काम को देश अच्छे से अच्छे ढंग से कर सकता है।”