न्यूज़ डेस्क। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके सांसद अल्पसंख्यकों के तुष्टिकरण के लिए देवी-देवताओं का अपमान करने से बाज नहीं आ रहे हैं। पहले ममता बनर्जी को जय श्रीराम कहने पर आपत्ति थी, वहीं अब उनके लोकसभा सांसद कल्याण बनर्जी ने देवी सीता का अपमान किया है। सांसद के विवादित टिप्पणी को लेकर सियासी बवाल मचा हुआ है। बीजेपी ने तृणमूल सांसद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने शनिवार शाम हावड़ा जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सीता भाग्यशाली थीं कि उनका अपहरण रावण ने किया था। बनर्जी ने उत्तर प्रदेश में पिछले साल एक दलित युवती के कथित सामूहिक बलात्कार और हत्या की घटना का जिक्र करते हुए कहा, ‘सीता ने एक बार राम से कहा था कि अच्छा हुआ कि उनका अपहरण उनके (राम के) चेले (शिष्य) ने नहीं किया, अन्यथा उनका हश्र भी हाथरस की बलात्कार पीड़िता जैसा होता।’
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बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कल्याण बनर्जी के बयान का विरोध करते हुए कहा कि तृणमूल सांसद का इस तरह का ‘आपत्तिजनक’ बयान ‘उनकी संस्कृति’ को दर्शाता है। उन्होंने कहा, ‘जब वह इस तरह की अपमानजनक टिप्पणी कर रहे थे, तो वहां मौजूद लोगों के खुश होकर तालियां बजाने की आवाज हर कोई सुन सकता है। इससे समझ में आता है कि यह सब उन्होंने क्यों कहा। तृणमूल हमेशा एक समुदाय को खुश करने की कोशिश करती है। यह तृणमूल की तुष्टिकरण की राजनीति का एक कुरूप चेहरा है।
कई बीजेपी नेताओं ने कल्याण बनर्जी के बयान का विरोध करते हुए कहा है कि कल्याण बनर्जी के बयान से पूरा हिंदू समाज आहत हुआ है और 2021 के बंगाल विधानसभा चुनाव में लोग इसका जवाब देंगे। लॉकेट चटर्जी ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद बंगाल में सबसे ज्यादा दुष्कर्म होते हैं। उन्हें पहले अपने राज्य को देखना चाहिए और फिर यूपी, राजस्थान या बिहार को देखना चाहिए।
उधर, कल्याण बनर्जी के बयान पर हावड़ा के गोलाबाड़ी थाने में उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई। भाजयुमो के सदस्य आशीष जायसवाल ने कहा कि बनर्जी के बयान से हिंदू के साथ बंगाली समाज आहत हुआ है। इसीलिए हमने शिकायत दर्ज कराई है। हम चाहते हैं कि वह माफी मांगे।
वहीं, हावड़ा में मैथिली समाज के सदस्य अभय कुमार झा ने कहा कि हम कल्याण बनर्जी के बयान की निंदा करते हैं। अगर वह 24 घंटे के भीतर माफी नहीं मांगते हैं तो हम उनके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करेंगे।