नई दिल्ली। अगर आपको फिल्में देखने का शौक है तो कई हीरो भी पसंद होंगे। पर सोशल मीडिया में इस समय मजदूर की मदद करके मिसाल कायम करने वाले दिल्ली पुलिस के जवान की कहानी वायरल हो रही है। इन्होंने काम ही ऐसा किया है कि आप भी इनके फैन हो जाएंगे।
कहानी ऐसे शुरू होती है। 53 साल का मजदूर। खूब मेहनत करके 1 लाख रुपए जमा किए। नाम विजय कुमार। दिल्ली की शकूर बस्ती में रहते है। 30 जून को बैंक खाते से एक लाख रुपये निकाले। 55 किलो राशन खरीदा। उत्तर प्रदेश के खुर्जा स्थित गृह नगर जाने के लिए शिवाजी ब्रिज रेलवे स्टेशन पहुंचा।
कहानी में मोड़ तब आया जब बरेली-नई दिल्ली इंटरसिटी एक्सप्रेस में उसने जल्दबाजी में राशन से भरे दो बैग तो रख दिए, पर रुपयों वाला बैग स्टेशन पर ही भूल गया।
Const. Narender of PS. New Delhi Rly Stn has been a saviour for Vijay(a labour) who left behind a bag while boarding train at Shivaji Bridge Stn having Rs.1 lac withdrawn from bank to construct house in his village at Khurja. Keeping the flag of DP high. @CPDelhi @DelhiPolice pic.twitter.com/VT0hqegc0S
— DCP RAILWAYS DELHI (@DCPDelhiRailway) July 4, 2021
उस समय स्टेशन पर दिल्ली पुलिस के सिपाही नरेन्द्र कुमार तैनात थे। उन्होंने देखा कि एक लावारिस बैग रखा है। जब उस बैग का कोई मालिक नहीं मिला तो उन्होंने बैग को कब्जे में ले लिया। बैग की तलाशी लेने पर उन्होंने देखा कि उसमें एक लाख रुपये हैं। कुछ रोटियां, पानी की बोतल, चेक बुक आदि भी है।
शाम तकरीबन साढ़े छह बजे विजय फिर से शिवाजी ब्रिज रेलवे स्टेशन पर लौटा। बैग के बारे में पूछने लगे। फिर वो पुलिस के पास पहुंचा। जब पुलिस ने उससे पूछताछ की। और फिर औपचारिकताएं पूरी करने के बाद बैग और एक लाख रुपये विजय को लौटा दिए गए। विजय अब कहते हैं कि ये 1 लाख रुपए उनके जीवन में बहुत महत्व रखते हैं। नरेन्द्र बाबू उनके लिए मसीहा बनकर आए।