कोण्डागांव। क्षेत्र के विधायक मोहन मरकाम द्वारा आज माकड़ी विकासखण्ड के ग्राम बालोण्ड (लागत 13 लाख 70 हजार) में नवनिर्मित आदर्श गौठान सहित जिले के अन्य विकासखण्डो में स्थित 7 गौठान मुरनार, लंजोड़ा, कुकाड़गारकापाल, लिहागांव, बैजनपुरी, हीरापुर, कमेला का लोकार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने गौठान में हल, फावड़ा, कुदाली, गैंती इत्यादि कृषि उपकरण की पूजा करने के साथ-साथ पशुधन के लिए अपने हाथों से चारा काटकर उन्हें खिलाया तथा गौठान में बनाये गये पानी टंकी, कोटना, मचान एवं वर्मीकंपोस्ट बैड का अवलोकन किया।
मौके पर उन्होंने कहा कि चूंकि गौठान हमारे पशु सम्पदा के समुचित देखभाल ही प्राचीन परम्परा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार गौठानों को नया स्वरूप दे रही है। सुव्यवस्थित गौठान से अब पशुओं द्वारा होने वाले फसल के नुकसान से किसानों को राहत मिलेगी। साथ ही मवेशियों की बेहतर देखभाल से दूध का उत्पादन बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि नगरीय निकाय क्षेत्रों में भी पालतु पशुओं के संरक्षण के लिए गौठान बनाने की योजना तैयार शीघ्र की जायेगी। ज्ञात हो कि बालोण्ड स्थिति नवनिर्मित गौठान में उन्नत नस्ल के भेड़-बकरी, कुक्कुटो को भी रखने की व्यवस्था की गई और इसे पशुओं के डे-केयर सेंटर के रुप में विकसित किया गया है। जहां छाया, पेयजल और चारे के साथ ही पशुओं के टीकाकरण एवं नस्ल सुधार की भी व्यवस्था की गई है। इसके अलावा गौठानों में नलकूप खनन और सोलर पंप लगाकर पर्याप्त पानी के साथ-साथ पशुओं के लिए पौष्टिक और हरा चारागाह भी तैयार किए जा रहे हैं। इस दौरान विधायक ने गौठान के चरवाहो को गौठान की चाबियाँ देते हुए पशुओं की देखभाल करने की हिदायत दी।
मौके पर जिला कलेक्टर नीलकंठ टीकाम ने कहा कि जिले के सभी गौठान में पशु संवर्धन के साथ ही जैविक खेती को बढ़ावा देने गोबर व चारा अपशिष्ट से कंपोस्ट खाद बनाने का काम भी किया जा रहा है। इसके लिए गौठान में ही वर्मी कंपोस्ट बेड के जरिए खाद बनाया जायेगा और स्थानीय स्व-सहायता समूहों के माध्यम से इसकी बिक्री की जायेगी। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के मौके बढ़ेंगे और जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा सकेगा। एसडीएम टेकचंद अग्रवाल, कार्यपालन अभियंता अरुण शर्मा, उप संचालक पशु डॉ देवेन्द्र नेताम, उप अभियंता क्रेडा विजय ध्रुव सहित ग्रामीण पशुपालक उपस्थित थे।