टिकरी बॉर्डर: अंधेरगर्दी का अड्डा बना किसान आंदोलन? दुष्कर्म, आत्महत्या जैसी खबरों के बीच लोगों ने एक शख्स को जिंदा जलाया, शहीद बताने की थी साजिश: रिपोर्ट्स

नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ तथाकथित किसान आंदोलन से लगातार अंधेरगर्दी का अड्डा बनता जा रहा है। पहले 26 जनवरी पर उपद्रव का तांडव, कभी लड़कियों से दुष्कर्म की खबर तो कभी आत्महत्या की घटना सामने आती रहती हैं। अब तो नौबत यहां तक पहुंच गई है कि लोगों को जिंदा भी जला दिया जा रहा है। दिल दहला देने वाली ये घटना हरियाणा के बहादुरगढ़ से सामने आई है। जहां किसान आंदोलन में शामिल लोगों ने एक युवक को जिंदा जला दिया है। मृतक की पहचान कसार गांव के निवासी मुकेश के रूप में हुई है। घटनास्थल पर आरोपी का एक वीडियो भी सामने आया है।

खबरों के अनुसार मुकेश ने कल किसान आंदोलन में शामिल 4 लोगों के साथ आंदोलन स्थल पर ही शराब पी थी। बाद में आपसी कहा-सुनी पर आरोपियों ने मुकेश पर तेल छिड़क कर उसे आग के हवाले कर दिया। कहा जा रहा है कि आंदोलन में शहीद होने का नाम देकर मुकेश पर तेल छिड़का गया और फिर आग लगाई गई। 90 प्रतिशत तक झुलस चुके मुकेश को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। मृतक के भाई के बयान पर पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। हत्यारोपी अभी फरार है। पुलिस का दावा है कि आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

https://twitter.com/vipramk/status/1405451194189770752?s=20

हरियाणा में खटकड़ टोल प्लाजा पर जारी किसानों के धरने में बीते दिनों एक किसान ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। रिपोर्ट्स के मुताबिक, खटकड़ निवासी सतपाल (55) ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली थी।

टीकरी बॉर्डर पर युवती से दुष्कर्म

कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर टीकरी बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन में 30 अप्रैल को पश्चिम बंगाल की आंदोलनकारी 25 वर्षीय युवती की मौत हो गई थी। इसके बाद मृतका के साथ सामूहिक दुष्कर्म की बात सामने आई थी। बहादुरगढ़ पुलिस ने दो महिलाओं और चार युवकों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज किया था।

संबंधित समाचार

Leave a Comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.