रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज रायपुर के पंडरी स्थित गुरूद्वारे में सिक्ख धर्म के 10 वें गुरु गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती पर आयोजित 353 वें प्रकाश पर्व समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने गुरूग्रंथ साहब के समक्ष मत्था टेक कर प्रदेश की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर कहा कि गुरु नानक देव जी ने सिक्ख धर्म की स्थापना की, गुरु गोविन्द सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की। उन्होंने समाज को जोड़ने का अदभुत कार्य किया। गुरु गोविंद सिंह जी समाज सुधारक तो थे ही, वे बड़े योद्धा भी थे। उन्होंने वीर योद्धा तैयार किए साथ ही वे बड़े साधक भी थे। गुरु गोविंद सिंह जी ऐसे गुरु थे जिन्होंने कहा कि गुरु ग्रन्थ साहेब ही सिक्ख धर्म के गुरु होंगे। अब गुरु ग्रन्थ साहब ही हमारा मार्गदर्शन करते हैं।
आज रायपुर के पंडरी स्थित गुरूद्वारे में सिख धर्म के 10 वें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती पर आयोजित 353 वें प्रकाश पर्व समारोह में शामिल होकर गुरूग्रंथ साहब के समक्ष मत्था टेक कर प्रदेश की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की। pic.twitter.com/m0rTim8r6E
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) January 2, 2020
श्री बघेल ने कहा कि आज हमें गुरू गोविंद जी द्वारा बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लेना चाहिए। यही हमारी उनके प्रति विनम्र श्रद्धांजलि होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह धरती हम सब की है। हम सबको मिलकर इसकी रक्षा और देखभाल करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिक्ख समाज एक जिंदा दिल कौम है, जो हर स्थिति में खुश रहती है और खूब मेहनत करती है। मुख्यमंत्री ने गुरू गोविंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर सिक्ख समाज सहित प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। विधायक सत्यनारायण शर्मा ने भी सिक्ख समाज को बधाई देते हुए यह जानकारी दी कि हाल ही में वे करतारपुर की यात्रा कर वापस लौटे हैं।
विधायक द्वय कुलदीप जुनेजा और सत्यनारायण शर्मा, नगर निगम रायपुर के महापौर प्रमोद दुबे, छत्तीसगढ़ अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष महेंद्र सिंह छाबड़ा विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस अवसर पर सिक्ख समाज द्वारा मुख्यमंत्री को सरोपा भेंट कर उनका अभिनंदन किया। गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह चंडोक सहित अनेक पदाधिकारी और सदस्य तथा श्रद्धालु बड़ी संख्या में उपस्थित थे।