वाशिंगटन(बीएनएस)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ ऐतिहासिक महाभियोग की सुनवाई बृहस्पतिवार को सीनेट में शुरू हो गई। सीनेट में सांसदों ने शपथ ली कि वह इस बारे में निष्पक्ष निर्णय लेंगे कि अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति को पद से हटाया जाए या नहीं। अमेरिका के इतिहास में ऐसा तीन बार हुआ है जब सीनेट चैंबर उच्चतम न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट की अध्यक्षता में महाभियोग की अदालत में तब्दील हो गया। रॉबर्ट ने सीनेटरों को ‘निष्पक्ष न्याय’ करने की शपथ दिलाई। इस दौरान 99 सांसद मौजूद थे और एक अनुपस्थित थे।
Just hours before Donald Trump's impeachment trial opened Thursday, an associate of his personal attorney said the US president was fully aware of efforts to pressure Ukraine to investigate Joe Biden https://t.co/LYu5TnTea2
— AFP News Agency (@AFP) January 17, 2020
ट्रंप कई महीनों से महाभियोग की प्रक्रिया का मजाक बना रहे हैं और सुनवाई की शुरुआत को उन्होंने ‘फर्जी’ करार दिया है। उन्होंने ओवल कार्यालय में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि इसे बहुत जल्दी खत्म होना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण है।’’ ट्रंप ने कहा कि उन्हें एक फर्जी प्रक्रिया से गुजरना होगा ताकि डेमोक्रेट इसे आजमा सकें और चुनाव जीत सकें। डेमोक्रेट बहुल प्रतिनिधि सभा में ट्रंप पर 18 दिसंबर को महाभियोग चल चुका है। लेकिन सीनेट में उनके बरी होने की संभावना है क्योंकि यहां रिपब्लिक सदस्यों की संख्या ज्यादा है और ट्रंप को दोषी ठहराने और राष्ट्रपति पद से हटाने के लिए दो तिहाई बहुमत की जरूरत पड़ेगी।
शपथ लेने के बाद सीनेट को मंगलवार दोपहर एक बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। रिपब्लिक के एक सीनेटर जेम्स इनहोफ पारिवारिक कारणों से शपथ लेने नहीं पहुंचे थे। हालांकि उन्होंने कहा है कि वह मंगलवार तक आ जाएंगे और उन्हें शपथ दिलाई जाएगी। ट्रम्प पर आरोप है कि उन्होंने डेमोक्रेट प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन के खिलाफ जांच के लिए यूक्रेन पर दबाव बनाकर सत्ता का दुरुपयोग किया और कांग्रेस को बाधित किया।