पोखरण। केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पोखरण में कहा कि अभी तक हमारी न्यूक्लियर को लेकर पॉलिसी No First Use की रही है। लेकिन भविष्य में क्या होता है यह हालात पर निर्भर रहेगा। राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया कि पोखरण वह क्षेत्र है जिसने भारत को परमाणु शक्ति बनाने के लिए अटलजी के दृढ़ संकल्प को देखा और अभी तक नो फर्स्ट यूज के सिद्धांत के प्रति प्रतिबद्ध है। भारत ने इस सिद्धांत का कड़ाई से पालन किया है। भविष्य में क्या होता है यह परिस्थितियों पर निर्भर करता है। राजनाथ सिंह ने अंतरार्ष्ट्रीय आर्मी स्काउट मास्टर प्रतियोगिता में शामिल देशों का आह्वान किया कि सभी देश वैश्विक चुनौतियों के साथ मिलकर लड़ेंगे।
Visited Pokhran today and paid homage to the former Prime Minister of India and one of the stalwarts of Independent India, Atal Bihari Vajpayee ji on his first death anniversary. pic.twitter.com/fhyGyolDqc
— Rajnath Singh (मोदी का परिवार) (@rajnathsingh) August 16, 2019
उन्होंने रूस की चर्चा करते हुए कहा कि भारत के रूस से पहले से लम्बे एवं गहरे रिश्ते रहे है। मध्य एशिया में कजाकिस्तान आदि के साथ भी व्यापारिक एवं सांस्कृतिक रिश्ते है। सूडान में एक दशक से ज्यादा समय से शांति सेना के जरिए भारत अमूल्य योगदान दे रहा है।
इस अवसर पर थल सेना अध्यक्ष बिपिन रावत तथा अन्य कई अधिकारी मौजूद थे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धाजंलि भी अर्पित की।