नई दिल्ली। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में एक सुरंग में फंसे 41 जिंदगियों को आखिरकार 17 दिनों के बाद नई जिंदगी मिलती हुई दिखाई दे रही है। सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को अब धीरे-धीरे निकाला गया है। कुछ देर में सभी श्रमिक पूरी तरीके से बाहर होंगे। उन्हें मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाया जाएगा। साथ ही साथ उन्हें हर तरह की सुविधा दी जाएगी। खुद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह सुरंग में मौजूद रहे। यह दोनों लगातार सुरंग के पास डटे रहे। सबसे पहले 5 श्रमिकों को बाहर निकाला गया। मंगलवार को बचाव अभियान अंतिम चरण में पहुंचने पर सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे एक श्रमिक के रिश्तेदार ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं”।
हर हर महादेव
17 दिनों के बाद टनल से बाहर आए मजदूर ✊, #UttarakhandTunnel #TunnelRescue pic.twitter.com/JmITQdFOqv— Vivek Pandey 🇮🇳(Modi Ka Pariwar) (@INDVivekPandey_) November 28, 2023
उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले के सिल्क्यारा में निर्माणाधीन सुरंग में फंसे सभी 41 श्रमिकों को बाहर निकाले जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को सलाम किया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने सुरंग में फंसे श्रमिकों के साहस और धैर्य की सराहना की तथा उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना की। उन्होंने लिखा कि उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है। टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।
सिल्क्यारा टनल बचाव कार्य में शामिल सभी का धन्यवाद।
जय बाबा बद्रीनाथ🚩🙏#TunnelRescue#SilkyaraTunnel #SilkyaraTunnelRescue #SilkyaraTunnelCollapse#UttarakhandTunnelRescue pic.twitter.com/bqUK6tJnur— Awanish Kumar Singh(मोदी का परिवार ) (@Awanish_Singh) November 28, 2023
केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा, “हमारे देश में जिस भी हमें ज़रूरत पड़ी वह प्रधानमंत्री ने मुहैया करवाई… जितने साधन जुटाए गए हैं इतने साधन किसी और ऑपरेशन के लिए नहीं जुटाए गए होंगे।” सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “इस पूरे अभियान में लगे हुए सभी कर्मचारियों, विशेषज्ञों, विज्ञानिकों, भारत संस्थाओं को मैं धन्यवाद करता हूं।…पीएम मोदी लगातार मेरे संपर्क में थे और बचाव अभियान का अपडेट ले रहे थे। उन्होंने मुझे किसी भी तरह सभी को सुरक्षित बचाने की जिम्मेदारी दी.. उनके समर्थन के बिना यह संभव नहीं होता। उन्होंने अभी मुझसे बात की और निर्देश दिया कि सभी का मेडिकल चेक-अप किया जाए… और उन्हें उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाए…”
चमचों और सत्ता लोभियों के लिए बुरी ख़बर।
NDRF की टीम टनल में फँसे मज़दूर भाईयों तक पहुँच गयी है। हमारी 17 दिन की मेहनत आख़िर रंग लायी है और, जल्दी ही सभी मज़दूर सुरक्षित खुली हवा में साँस ले रहे होंगे।
प्रभु से प्रार्थना करते रहे.. 🌷🙏
#TunnelRescue pic.twitter.com/9RJPjB6lI9— पार्थ 🚩(मोदी का परिवार) (@sanju__31) November 28, 2023
रैट-होल खनिकों को अपने ड्रिलर्स के साथ उत्तरकाशी में सिल्क्यारा सुरंग से बाहर निकलते देखा गया। इसके अलावा, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को ढहने वाली जगह पर फंसे 41 श्रमिकों को निकालने के लिए अपने गियर के साथ प्रवेश करते देखा गया। 12 रैट-होल खनन विशेषज्ञ ढहने वाली जगह पर क्षैतिज उत्खनन पर काम कर रहे थे। रैट-होल खनन भारत में प्रचलित कोयला निष्कर्षण की एक आदिम और खतरनाक विधि है।
धैर्य, परिश्रम एवं आस्था की हुई जीत। pic.twitter.com/bF4hupYDMa
— Pushkar Singh Dhami (Modi Ka Parivar) (@pushkardhami) November 28, 2023
बचाव अभियान की सफलता की सूचना आते ही सुरंग के बाहर खड़े श्रमिकों ने जय श्रीराम के नाम का जयकारा लगाया। इससे पहले, लारसन एंड टयूबरों टीम का नेतृत्व कर रहे क्रिस कूपर ने श्रमिकों का इंतजार जल्द खत्म होने की भविष्यवाणी की थी। उन्होंने संवाददाताओं को बताया था कि श्रमिक शाम पांच बजे तक बाहर आ सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि श्रमिकों तक पहुंचने के लिए विकल्प के तौर पर की जा रही लंबवत ड्रिलिंग को अब रोक दिया गया है। भारी और शक्तिशाली 25 टन वजनी अमेरिकी ऑगर मशीन से सुरंग में क्षैतिज ड्रिलिंग के दौरान शुक्रवार को मशीन के कई हिस्से मलबे में फंसने के कारण काम में व्यवधान आ गया। इसके बाद सुरंग में हाथ से ड्रिल कर पाइप डालने की रणनीति अपनाई गयी।
बाहर निकालना की शुरूआत होते ही खुशी की लहर दौड़ गई
अधिकारियों ने कहा कि मंगलवार को बचावकर्मी 41 निर्माण श्रमिकों तक पहुंचे, जो देश के उत्तर में दो सप्ताह से अधिक समय से ढही हुई पहाड़ी सुरंग में फंसे हुए थे और उन्हें बाहर निकालना शुरू कर दिया, जिससे खुशी और खुशी की लहर दौड़ गई। एक घंटे से भी कम समय के बाद श्रमिकों को बचाया गया है। सभी सुरक्षित और स्वस्थ हैं। श्रमिकों को वेल्डेड पाइपों से बने मार्ग से प्रत्येक को 13 मीटर (42.6 फीट) चौड़ी सुरंग के अंदर बाहर निकाला जा रहा था, जिन्हें बचाव दल ने पहले गंदगी और चट्टानों के बीच से अंदर धकेला गया था।
भारत माता की जय… के नारे लगाए और पटाखे छोड़े
जैसे ही पहले मजदूर को बाहर निकाला गया। उत्तराखंड राज्य के शीर्ष निर्वाचित अधिकारी, पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें एक माला भेंट की और उसे उनके गले में लटका दिया, जबकि बचावकर्मियों, अन्य अधिकारियों और रिश्तेदारों ने खुशी मनाई। स्थानीय लोगों की भीड़ ने “भारत माता की जय” “भारत माता की जय हो” के नारे लगाए और पटाखे छोड़े।
4.5 किमी लंबी सुरंग का 200 मीटर हिस्सा प्रवेश द्वार से ढह गया था
बड़े पैमाने पर बचाव अभियान ने पिछले हफ्तों से देश का ध्यान खींचा था। श्रमिक 12 नवंबर को फंस गए, जब भूस्खलन के कारण उत्तराखंड राज्य में 4.5 किलोमीटर (2.8 मील) सुरंग का एक हिस्सा प्रवेश द्वार से लगभग 200 मीटर (650 फीट) नीचे ढह गया था। वे संकीर्ण स्टील पाइपों के माध्यम से आपूर्ति किए गए भोजन और ऑक्सीजन पर जीवित रहे।
श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू की सफलता हर किसी को भावुक कर रही है: PM मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ”उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर रही है। टनल में फंसे साथियों से मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। मैं आप सभी के अच्छे होने और अच्छा स्वास्थ्य की कामना करता हूं।” यह बहुत संतोष की बात है कि लंबे इंतजार के बाद हमारे ये दोस्त अब अपने प्रियजनों से मिलेंगे। इस चुनौतीपूर्ण समय में इन सभी परिवारों ने जिस धैर्य और साहस का परिचय दिया है, उसकी जितनी सराहना की जाए कम है। मैं भी सलाम करता हूं “इस बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों की भावना। उनकी बहादुरी और दृढ़ संकल्प ने हमारे श्रमिक भाइयों को नया जीवन दिया है। इस मिशन में शामिल सभी लोगों ने मानवता और टीम वर्क की अद्भुत मिसाल कायम की है।
उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है।
टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।
यह अत्यंत…
— Narendra Modi (@narendramodi) November 28, 2023