नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर संबोधित करते हुए एक कविता के माध्यम से नई ऊर्जा भरने का प्रयास किया। पीएम ने कविता सुनाते हुए कहा कि हम सभी को चुनौतियों को सीना तान कर स्वीकार करना चाहिए।
पीएम मोदी ने लाल किले से कहा आज जब मैं अमृतकाल में आपसे बात कर रहा हूं, यह अमृतकाल का पहला वर्ष है। अमृतकाल के पहले वर्ष में मैं आपको पूरे विश्वास से कहना चाहता हूं…
चलता चलाता कालचक्र,
अमृतकाल का भालचक्र,
सबके सपने अपने सपने,
पनपे सपने सारे,
धीर चले वीर चले,
चले युवा हमारे,
नीति सही रीत नई,
गति सही राह नई,
चुनो चुनौती सीना तान,
जग में बढ़ाओ देश का नाम।
चलता चलाता कालचक्र,
अमृतकाल का भालचक्र… pic.twitter.com/RRkUIeARBi— Piyush Goyal (मोदी का परिवार) (@PiyushGoyal) August 15, 2023
– PM @narendramodi
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे परिवार के लोगों, हिंदुस्तान के कोनो-कोने में बैठे मेरे परिवार के लोग, दुनिया के कोने-कोने में बैठे मेरे परिवार के लोगों, मैं आपक सबको स्वतंत्रता दिवस की बधाई देता हूं। यह अमृतकाल हम सबके लिए कर्तव्य काल है। यह अमृतकाल हम सबको मां भारती के लिए कुछ कर गुजारने का काल है।
पीएम मोदी ने कहा हमारे स्वच्छता अभियान को एक नया मोड़ ये भी देना है कि हमे भ्रष्टाचार से मुक्ति पानी है। सरकार तकनीक के जरिए भ्रष्टाचार को कम करने का काम कर रही है। 10 करोड़ लोग जो गलत तरह से फायदा उठाते हैं उन्हें मैंने रोक दिया है। ये वो लोग हैं जिनका जन्म ही नहीं हुआ था उनके नाम पर अलग-अलग स्कीम में फायदा लिया जा रहा था। भ्रष्टाचारियों की जो संपत्ति हमने जब्त की है वह पहले की तुलना में 20 गुना अधिक है।