नई दिल्ली। 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान जिस तरह से दिल्ली के लाल किले सहित अलग-अलग जगहों पर हिंसा हुई थी, उसके बाद दिल्ली पुलिस इस हिंसा के मुख्य आरोपी दीप सिद्धू की तलाश कर रही थी। अब आखिरकार दिल्ली पुलिस ने दीप सिद्धू को गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली पुलिस ने दीप सिद्धू समेत कई अन्य आरोपियों पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। 26 जनवरी को हुई हिंसा की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल का गठन किया गया था और वह इस मामले की जांच कर रही है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली पुलिस ने दीप सिद्धू, जुगराज सिंह, गुरजोत सिंह, गुरजंत सिंह पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया था और इनकी तलाश में मदद करने वाले को एक लाख रुपए देने की घोषणा की थी। इसके अलावा बूटा सिंह, सुखदेव सिंह, जजबीर सिंह और इकबाल सिंह पर भी दिल्ली पुलिस ने 50-50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। दीप सिद्धू 26 जनवरी की हिंसा के बाद से ही लापता था, हालांकि वह फेसबुक पर वीडियो के माध्यम से खुद को निर्दोष बताता आ रहा था, लेकिन अब आखिरकार वह पुलिस की गिरफ्त में आ गया है।
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ज्ञात हो कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान हजारों प्रदर्शनकारी किसानों की पुलिस से भिड़ंत हुई थी। इस दौरान हुई हिंसा में दर्जनों पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी किसान ट्रैक्टर पर सवार होकर दिल्ली पहुंचे थे और केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे थे। ट्रैक्टर रैली के दौरान बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी लालकिले तक पहुंच गए थे और उन्होंने यहां निशान साहिब का झंडा फहराया था। आरोप है कि दीप सिद्धू ने ही इन लोगों को लालकिले तक जाने के लिए और यहां पर झंडा फहराने के लिए उकसाया था।
गौरतलब है कि जिस तरह से 26 जनवरी की हिंसा के बाद दीप सिद्धू पर हिंसा को भड़काने के आरोप लगे थे, उसके बाद फेसबुक पर वीडियो के जरिए दीप सिद्धू ने अपना पक्ष रखा था। साथ ही दीप ने किसान नेताओं को खुली चेतावनी दी थी। खुद को गद्दार कहे जाने से नाराज दीप सिद्धू ने किसान नेताओं को धमकी दी थी कि अगर मैंने अपना मुंह खोला और किसान आंदोलन की अंदर की बातें खोलना शुरू की तो इन नेताओं को भागने की जगह नहीं मिलेगी। उसने कहा कहा कि मेरी बातों को डायलॉग ना समझें, मेरे पास हर बात का तर्क है, लिहाजा आप लोग अपनी मानसिकता बदलो।