लोकसभा निर्वाचन के लिए प्रशिक्षण का दौर जारी
मुंगेली। लोकसभा निर्वाचन 2019 के अंतर्गत आज दूसरे दिन जिले के तीनों विकासखण्डों के विभिन्न स्थानों में अधिकारी-कर्मचारियों को ईव्हीएम एवं वीवीपैट के संबंध में जागरूक प्रारंभिक जानकारी दी गई। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के कुशल मार्गदर्शन में लोकसभा निर्वाचन हेतु प्रशिक्षण का दौर जारी है। शासकीय बीआरसाव उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में मास्टर ट्रेनर्स श्री एसडी बंजारे, श्री मिश्रा, जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स श्री पीसी दिव्य एवं शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दाऊपारा में मास्टर ट्रेनर्स श्री पीलालाल दिवाकर द्वारा अधिकारी-कर्मचारियों को ईव्हीएम एवं वीवीपैट के संचालन, रखरखाव, बीयू, सीयू, पीठासीन अधिकारी के कर्तव्य कार्य, मतदान दिवस को अभिकर्ताओं के समक्ष माकपोल कराया जाना, वीवीपैट को सुरक्षित रखने के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई।
एसडीएम मुंगेली श्री अमित गुप्ता ने प्रशिक्षण का निरीक्षण भी किया। इसी तरह विकासखण्ड पथरिया में शासकीय अवंती बाई लोधी महाविद्यालय में एवं विकासखण्ड लोरमी में महंत जगनदास शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लोरमी में अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया। पथरिया विकासखण्ड में जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स श्री जयमंगल सिंह ध्रुव, डॉ. आईपी यादव, मुंगेली विकासखण्ड में जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स श्री मोहन उपाध्याय, श्री संजय सोनी, श्री पीसी दिव्य, एवं श्री अशोक उपाध्याय, लोरमी विकासखण्ड में श्री केएस राजपूत ने अधिकारी-कर्मचारियों को गहन प्रशिक्षण दिया। अधिकारी-कर्मचारियों को 50-50 की संख्या में पृथक-पृथक कमरों में प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर्स द्वारा बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट एवं वीवीपैट के सुचारू संचालन, मतदान संपन्न कराने एवं निर्वाचन संपन्न कराने संबंधी विभिन्न नियमों एवं प्रावधानों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। लोकसभा निर्वाचन में बैलेट यूनिट और कंट्रोल यूनिट के साथ ही वोटर वेरीफाईड पेपर, ऑडिटट्रेल मशीन का उपयोग भी किया जायेगा। वीवीपैट, कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट के संबंध में प्रशिक्षणार्थियों को विस्तार से जानकारी दी। मास्टर ट्रेनर्स ने बताया कि बैलेट यूनिट में प्रत्याशियों के नाम एवं उनका चुनाव चिन्ह अंकित होता है। बैलेट यूनिट को निर्वाचन कार्यालय से ही मतदान हेतु पूरी तरह तैयार कर मतदान अधिकारियों को दिया जाता है। प्रशिक्षण में बताया गया कि मतदान प्रारंभ होने के पूर्व पीठासीन अधिकारी द्वारा विभिन्न राजनैतिक दलों अथवा प्रत्याशियों द्वारा नामित प्रतिनिधियों के समक्ष माकपोल कराया जाता है।