जयपुर । राजस्थान सरकार एक ऐसा कानून लाने की योजना बना रही है, जिससे राज्य में मास्क पहनना अनिवार्य हो जाएगा। इसके साथ ही ऐसा कानून लाने वाला यह पहला राज्य बन जाएगा। सोमवार की शाम को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक वीडियो प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, “राज्य सरकार कोविड-19 संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए मास्क पहनना अनिवार्य करने की योजना बना रही है। इसके लिए आगामी विधानसभा सत्र में एक विधेयक पेश किया जाएगा। जब तक वैक्सीन नहीं मिल जाता तब तक हाथ धोना, मास्क पहनना और सामाजिक दूरी बनाए रखना ही कोरोनावायरस से बचने का एकमात्र तरीका है।”
जब तक वैक्सीन नहीं आती तब तक मास्क पहनने, दो गज की दूरी बनाए रखने तथा बार-बार हाथ धोने जैसे उपाय अपनाकर ही कोविड-19 से बचा जा सकता है।
वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश में 2 अक्टूबर से चलाए जा रहे ‘नो मास्क-नो एंट्री-कोरोना के विरूद्ध जन आन्दोलन‘ अभियान की सफलता को लेकर
1/2— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 26, 2020
गहलोत ने 2 अक्टूबर को राज्य में शुरू किए गए ‘नो मास्क-नो एंट्री’ अभियान की सफलता के बारे में जिला कलेक्टरों, कॉलेज प्राचार्यों, निगम और परिषद के अधिकारियों, जिला खेल अधिकारियों, एनएसएस, स्काउट कैडेट्स समेत अन्य लोगों से चर्चा की। उन्होंने एनसीसी और एनएसएस कैडेट्स से कोरोना को हराने के लिए अभियान से जुड़ने और हर घर तक संदेश फैलाने में मदद करने का आह्वान किया।
जिला कलक्टरों, कॉलेजों के प्राचार्यों, नगर निगम एवं नगर परिषद् के अधिकारियों, जिला खेल अधिकारियों, जिला शिक्षा अधिकारियों, एनसीसी, एनएसएस, स्काउट एवं गाइड तथा नेहरू युवा केन्द्रों से जुड़े समन्वयकों, कार्यक्रम अधिकारियों, कैडेट्स, वॉलंटियर्स आदि से संवाद किया।
2/2— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 26, 2020
इसके साथ ही गहलोत ने बिना पटाखे के दिवाली उत्सव मनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा, “पटाखों से प्रदूषण बढ़ता है, जो कोविड-19 रोगियों के जीवन के लिए खतरा हो सकता है। इस बार हमें पटाखों के बिना दिवाली मनानी चाहिए और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करना चाहिए।”