टेंडर निरस्त होने के मुद्दे पर सदन में हंगामा
रायपुर। टेंडर निरस्त होने के मुद्दे पर सदन में सोमवार को जमकर हंगामा हुआ. सत्तापक्ष के जवाबों से असंतोष व्यक्त करते हुए विपक्ष ने हंगामे के बीच वाकआउट कर लिया.विधायक धरमलाल कौशिक ने सवाल करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव के पहले जितने कार्य स्वीकृत हुए हैं. आदेश के बाद जो काम रुका हुआ है. ऐसे कितने विभाग के काम रुके हैं. ये सभी काम कब तक पूरे होंगे.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जवाब देते हुए कहा कि चुनाव के चलते आदेश दिया गया है. नई सरकार की अलग प्राथमिकता है. 203 काम को स्वीकृत किया गया है. निरीक्षण किया जा रहा है उसके बाद आदेश दिया जाएगा. जो काम रुका हुआ है उसका परीक्षण कर कार्यादेश जारी किया जाएगा.
डॉ रमन सिंह ने कहा कि प्राधिकरण क्षेत्र के कामों को प्राथमिकता देना चाहिए. इस पर बृजमोहन अग्रवाल ने प्रश्न करते हुए कहा कि टेंडर निरस्त के कारण विकास के काम रोके गए हैं. जहाँ सरकार का पैसा भी नही लगा है. रूटीन के काम को भी रोका गया है. इस पर सत्ता पक्ष ने जमकर हंगामा किया. सत्तापक्ष ने कहा कि टेंडर में जमकर घोटाला किया गया है. इस पर सीएम ने जवाब दिया कि स्काई वाक जैसे कई योजनाएं है जिसकी समीक्षा की जाएगी. जो राज्य के बजट से टेंडर किया गया है केवल वही रोका गया है प्रस्ताव के साथ स्वीकृति दी जाएगी.
अमरजीत भगत ने कहा कि जो टेंडर हुए थे इसके पैसे वापस करना पड़ रहा है इस वजह से विपक्ष परेशान है. बिना पैसे दिए कोई काम नही होता था. इस पर विपक्ष ने भी जमकर हंगामा किया.हंगामे में बाद आसंदी ने कहा कि प्रश्नकाल में जो हंगामा करेगा उस पर कार्यवाही की जायेगी. इस पर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि इस तरह से सत्ता पक्ष के द्वारा गलत आरोप लगाया जा रहा है इससे सदन नही चलाया जा सकता है.
00 काम कोई नहीं रूका,समीक्षा हो रही है