भगोड़े जाकिर नाईक का भारत विरोधी खतरनाक संदेश, मुसलमानों को सत्ता तक जाने की दे रहा सीख, हिन्दुओं की आंखें खोलने वाला सन्देश

न्यूज़ डेस्क। इस्लामिक आतंकवादी और उपदेशक जाकिर नाईक पूरी दुनिया में इस्लाम की स्थापना करना चाहता है। फिलहाल जाकिर नाईक भारत से भाग कर मलेशिया में शरण लिया है और वहां से भारत में नफरत फैलाने के लिए वीडियो संदेश जारी करता है। अपने वीडियो संदेश में अक्सर वह भारत में रहने वाले मुसलमानों को भड़काने का काम करता है। जाकिर नाइक ने 21 अगस्त, 2020 को यूट्यूब पर अपना एक वीडियो अपलोड किया। जिसमें नाईक ने भारत के आंतरिक मामलों में बेहद विवादास्पद और खतरनाक बयान दिया है।

जाकिर नाईक ने मुसलमानों से एक एक राजनीतिक दल के तहत एकजुट होने की अपील की और सुझाव दिया कि अगर किसी मुस्लिम को इस्लाम का पालन करने में दिक्कत हो रही है तो उसे मुस्लिम बहुल देश में हिजरा (पलायन) करना चाहिए। नाईक ने यह बयान कुवैत में रह रहे एक भारतीय युवक अब्दुर्ररहमान के सवाल के जवाब में दिया।

अब्दुर्ररहमान ने जाकिर नाईक से कहा कि भारत में इस समय मुस्लिमों का रहना कठिन हो गया है। शायद अल्लाह हम मुसलमानों की परीक्षा लेना चाहता है। हम भारतीय मुसलमानों को ऐसे हालात में क्या करना चाहिए, जहां झूठे केसों में फंसा कर कई लोगों को जेल में डाल दिया गया ?”

जाकिर नाईक इस सवाल के जवाब में जो कुछ कहा, वह देश की एकता और अखंडता के लिए काफी खतरनाक है। उसने जहर उगलते हुए कहा कि 2011 की जनसंख्या के अनुसार भारत में मुस्लिमों की आबादी 14.2% हैं। और करीब 2 साल पहले भारत की सरकार ने कहा कि वहां 20 करोड़ से ज्यादा मुस्लिम हैं। लेकिन मुझे विश्वास है कि इसमें असम, पश्चिम बंगाल और देश के अन्य भागों में रहने वाले मुस्लिमों को इसमें शामिल नहीं किया गया है।

नाईक ने कहा कि एक अनुमान के मुताबिक भारत में करीब 25 करोड़ से लेकर 30 करोड़ तक मुस्लिम हैं। सरकार इस आंकड़े को दबाती है। लोग इंडोनेशिया को सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला देश मानते हैं लेकिन मेरे अनुसार भारत दुनिया का सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला देश है।

जाकिर नाईक ने कहा कि इसी आबादी में हल छुपा है। भारत में मुसलमानों को एक पार्टी बनानी चाहिए,जो सिर्फ मुस्लिमों के लिए हो। इस पार्टी को दलितों से हाथ मिलाना चाहिए, जिनकी संख्या भारत में करीब 30 करोड़ है। इस तरह पार्टी को करीब 60 करोड़ लोगों का समर्थन मिल जाएगा, जो कुल आबादी का 40 प्रतिशत से अधिक है। हम भारत के अन्य अल्पसंख्यकों से हाथ मिला सकते हैं और बड़ी ताकत बन सकते हैं। जाकिर नाईक ने कहा कि दलित हिंदू नहीं हैं, उन्हें सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए हिंदू की श्रेणी में रखा जाता है। वास्तव में देखा जाए, तो हिन्दुओं की आबादी 60 प्रतिशत से भी कम है।

इस्लामी उपदेशक ने मुसलमानों को एक और सलाह दी। अगर किसी मुस्लिम को इस्लाम का पालन करने में दिक्कत हो रही है तो उसे मुस्लिम बहुल देश में हिजरा (पलायन) करना चाहिए। लेकिन सारे लोग भारत से हिजरा कर जाएं, यह समाधान नहीं है। समाधान मुस्लिम की राजनीतिक एकता है।

लेकिन एक राज्य से दूसरे राज्य में भी हिजरा किया जा सकता है, जहां मुस्लिमों को लेकर सोच अच्छी है। केरल ऐसा एक राज्य है। केरल में हिंदू भी एक तिहाई हैं, मुस्लिम भी एक तिहाई और ईसाई भी एक तिहाई हैं। केरल के लोग धर्मांध भी नहीं हैं। केंद्र की बीजेपी सरकार केरल में राजनीतिक रूप से बहुत सशक्त भी नहीं है। इसलिए दूसरे राज्य में हिजरा करना है तो केरल सबसे बढ़िया है। महाराष्ट्र और हैदराबाद भी कम कम्युनल हैं। मुस्लिम नेता असदुद्दीन ओवैसी का हैदराबाद में अपना आधार है।

एक राज्य से दूसरे राज्य में हिजरा के अलावा एक ही राज्य के कम कम्युनल शहर में या एक ही शहर के ज्यादा सेफ जगह या कॉलनी में भी हिजरा कर सकते हैं। जैसे मुंबई में डोंगरी या बायकला सबसे सेफ है, जहां 80-90 प्रतिशत आबादी मुस्लिमों की है। अंत में जाकिर नाइक ने कहा कि अगर मुस्लिम राजनीतिक तौर पर और धार्मिक तौर पर एक हो जाएं तो इनका पुराना गौरव लौट आएगा। हालांकि उसने गौरव के बारे में स्पष्ट रूप से कुछ नहीं बताया।

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