कार्यपालन, सहायक और उप अभियंताओं के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण 17 से

कार्यपालन, सहायक और उप अभियंताओं के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण 17 से

रायपुर। राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग के अंतर्गत मुख्य तकनीकी परीक्षक (सतर्कता) के अधीनस्थ कार्यालयों के अभियंताओं के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम यहां अटल नगर (नया रायपुर) में 17 जनवरी से आयोजित किया जाएगा। इसमें कार्यपालन अभियंताओं, सहायक अभियंताओं और उप अभियंताओं को विभिन्न प्रकार के निर्माण कार्यों के गुणवत्ता परीक्षण के लिए अत्याधुनिक उपकरणों के परिचालन और रख-रखाव के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्हें इस संबंध में तकनीकी विषयों की विस्तृत जानकारी दी जाएगी।

मुख्य तकनीकी परीक्षक (सतर्कता) कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम अटल नगर स्थित इन्द्रावती भवन के प्रथम तल अंतर्गत ब्लाक तीन स्थित उनके कार्यालय में 17 जनवरी को सुबह 10 बजे से शुरू होगा, जो शाम पांच बजे तक चलेगा। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य संगठन में उपलब्ध अत्याधुनिक परीक्षण उपकरणों के संचालन तथा संधारण और गुणवत्ता परीक्षण के लिए अधिकारियों को सक्षम बनाना है। प्रशिक्षण के उपरांत मुख्य तकनीकी परीक्षक (सतर्कता) के निरीक्षण दल द्वारा राज्य के विभिन्न जिलों में विभाग द्वारा करवाए जा रहे पूर्ण तथा प्रगतिरत निर्माण कार्यों का निरीक्षण और अधिक सुदृढ़तापूर्वक किया जा सकेगा। अधिकारियों ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2018-19 में मुख्य तकनीकी परीक्षक संगठन को विभिन्न विभागों के 205 निर्माण कार्यों के निरीक्षण का लक्ष्य दिया गया था। इसमें से 70 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त किया जा चुका है। शेष 30 प्रतिशत निर्माण कार्यों का निरीक्षण प्रगति पर है। विभिन्न विभागों में चल रहे निर्माण कार्यों में संगठन द्वारा उठाई गई तकनीकी आपत्ति के विरूद्ध संबंधित कार्यपालन अभियंताओं द्वारा उनके संभाग में चलित एवं पूर्ण अनुबंधों में अनुबंधकों से लगभग 97 करोड़ 51 लाख रूपए शास्ति के रूप में वसूली करवाई जा चुकी है। इसके तहत समस्त निर्माण कार्यों में दो प्रकार के परीक्षण प्रचलन में है। इनमें निर्माण कार्यों में प्रयुक्त कुछ सामग्रियों का परीक्षण प्रयोगशाला से करवाया जाता है और कुछ सामग्रियों का परीक्षण स्थल पर करवाया जाता है।

उन्होंने बताया कि कुछ परीक्षण ऐसे होते हैं, जिन्हें क्षतिग्रस्त किए बिना गुणवत्ता का परीक्षण किया जाता है। संगठन में ऐसे परीक्षणों के लिए विभिन्न प्रकार के उपकरण उपलब्ध रहते हैं। इन उपकरणों के बेहतर संचालन तथा संधारण के लिए यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसके उपरांत तकनीकी अधिकारियों के निरीक्षण दल द्वारा निर्माण कार्यों का और भी अधिक सुदृढ़ता से निरीक्षण किया जा सकेगा।

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