राज्य गठन के बाद पहली बार छत्तीसगढ़ के पारम्परिक तीज-त्यौहार पर अवकाश घोषित -मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

राज्य गठन के बाद पहली बार छत्तीसगढ़ के पारम्परिक तीज-त्यौहार पर अवकाश घोषित -मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज बेमेतरा जिले के ग्राम बावामोहतरा पहुंचकर छत्तीसगढ़ डड़सेना (सिन्हा) कलार समाज के महासभा में शिरकत की। उन्होंने कहा कि राज्य गठन के 18 साल बाद पहली बार छत्तीसगढ़ के पारम्परिक तीज-त्यौहार पर अवकाश घोषित किया गया है। इनमें हरेली पर्व, तीजा, एवं माता कर्मा जंयती के अलावा विश्व आदिवासी दिवस ( 9 अगस्त) शामिल है।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जिले के 20 करोड़ 34 लाख रूपए के विभिन्न निर्माण कार्याे का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इसके अलावा हितग्राही मूलक योजना के अंतर्गत नागरिकों को 2 करोड़ 21 लाख रूपए की सामग्री का वितरण भी किया। उन्होंने नगर पालिका परिषद बेमेतरा में विकास कार्यांे के लिए एक करोड़ रूपए तथा जिले के सभी नगर पंचायत- साजा, थानखम्हरिया, परपोड़ी, देवकर, नवागढ़, बेरला एवं मारो में 50-50 लाख रूपए दिये जाने की घोषणा की। उन्होंने ग्राम बावामोहतरा में डड़सेना समाज के भवन निर्माण के लिए घोषणा की। इसी तरह यह भी कहा कि आगामी फरवरी माह में बजट में मिनी स्टेडियम निर्माण का कार्य शामिल किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सार्वजनिक उपक्रमों में स्थानीय युवाओं को भर्ती किए जाने पर जोर दिया। उन्होंने इसके लिए स्टील अथॉरिटी ऑफ इडिया लिमिटेड (सेल) राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एन.एम.डी.सी) राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम, (एन.टी.पी.सी) के अध्यक्षों से भर्ती की कार्यवाही हैदराबाद, नागपुर, भोपाल के बजाए दन्तेवाड़ा, जगदलपुर, रायपुर, एवं दुर्ग से करने की वकालत की। उन्होंने कहा कि एन.टी.पी.सी. के अंतर्गत रायगढ़ जिले के ग्राम लारा में स्थापित होने वाले राष्ट्रीय ताप विद्युत गृह में जिन किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई है उन परिवारांे को सर्वप्रथम नौकरी दी जानी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने समाज के विकास के लिए शिक्षा विशेषकर बालिका शिक्षा पर जोर दिया। श्री बघेल ने कहा कि राजभाषा छत्तीसगढ़ी के साथ-साथ हलबी, गोड़ी, कुड़ूख, सरगुजिहा बोली में भी पढ़ाई हो इस दिशा में फैसला किया गया है। राज्य में स्वास्थ्य के क्षेत्र में कुपोषण दूर करने की आवश्यकता है।

उन्होंने लोगों से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी-नरवा, गरूवा,घुरूवा अउ बाड़ी के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए आगे आने का आव्हान किया। इससे भूमिगत जल रिचार्ज होगा। कम्पोस्ट खाद से कृषि लागत कम होगी और जमीन की उर्वरा शक्ति बनी रहेगी।

गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि गुरू ऋण, मातृ पितृ ऋण की भांति ही समाज का ऋण माना गया है। सामाजिक सम्मेलन के जरिये सामाजिक एकता एवं भाईचारा बना रहे जिससे समाज मजबूत हो, यह अत्यंत जरूरी है। महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री एवं बेमेतरा जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती भेड़िया ने कहा कि बेमेतरा जिले के विकास में मैं हमेशा तत्पर रहूंगी।

कार्यक्रम में विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा, विधायक बेमेतरा आशीष कुमार छाबड़ा, नवागढ़ विधायक श्री गुरूदयाल सिंह बंजारे, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कविता साहू एवं समाज के प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। इस अवसर पर समाज के प्रांतीय अध्यक्ष दीपक कुमार सिन्हा, संरक्षक भोजराम डड़सेना ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर कलेक्टर महादेव कावरे पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर, जिला पंचायत सीईओं प्रकाश कुमार सर्वे भी उपस्थित थे।

* सार्वजनिक उपक्रमों में स्थानीय युवाओं को भर्ती किए जाने पर मुख्यमंत्री ने दिया जोर

* नगरीय निकायों को विकास कार्याें के लिए साढ़े चार करोड़ रूपए की घोषणा

* छत्तीसगढ़ डड़सेना (सिन्हा)कलार समाज का सम्मेलन

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