आदर्श गौठान मानिकपुर में ग्रामीणों को मिल रहा है रोजगार
उत्तर बस्तर कांकेर। छत्तीसगढ़ शासन की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी योजना अंतर्गत गरूवा कार्यक्रम के तहत कांकेर जिले के विकासखण्ड नरहरपुर के ग्राम मानिकपुर में मॉडल गौठान का निर्माण किया गया है। गौठान का निर्माण 3.5 एकड़ में किया गया है, जिसमें से 3 एकड़ भूमि में चारागाह का विकास किया जा रहा है। ग्राम में कुल पशुओं की संख्या 284 है। चारागाह में पशुओं की व्यवस्था हेतु बोर खनन कराया गया है। इसके अतिरिक्त तालाब भी बनाया गया है, जो चारागाह से लगा हुआ है। गौठान के चारों ओर सी.पी.टी. और भूमि समतलीकरण का कार्य मनरेगा के माध्यम से किया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों को रोजगार भी मिल रहा है। गौठान निर्माण के कार्यो में ग्रामीण महिलाओं का विशेष योगदान है। महिला स्व-सहायता समूह की महिलाएं घुरवा अंतर्गत खाद, इलेक्ट्रिल पोल, चारा निर्माण कार्य में लगी हैं, जिससे उन्हें आय की प्राप्ति भी हो रही है। चारागाह में 3 एकड़ भूमि में नेपियर घास लगाया गया है। गौठान में ग्राम के समस्त पशुओं को एकत्र कर पशुधन विकास विभाग द्वारा टीकाकरण, उपचार, दवा वितरण कृमिनाशक दवापान, कृत्रिम गर्भाधान का कार्य किया जा रहा है।
पशु चिकित्सा सेवायें के उप संचालक ने बताया कि शासन की इस महत्वाकांक्षी योजना से मॉडल गौठान में हरा चारा पानी की व्यवस्था की गई है। एक ही जगह पर पूरे पशुओं के रखने पर गोबर खाद की उपलब्धता अधिक मात्रा में होगी। जिनके घर में पर्याप्त पशु रखने जगह नहीं है, उनके पशु आवारा की तरह नहीं घूमेंगी, इसके लिए काफी सुविधा होगी। खेत का नुकसान पहंुचाने एवं सड़क दुर्घटना में कमी आएगी। गोबर, खाद, जैविक खाद की उपयोगिता से रासायनिक खाद की खरीदी कम होगी, इसमें ग्रामीणों की आर्थिक मदद में सहायक होगी। गौमूत्र से कीटनाशक बनाने पर बाजार में कीटनाशक खरीदी कम होगी एवं पैसे की बचत होगी। किसानों के समग्र विकास एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृृढ़ बनाने के उद्देश्य से यह कार्य प्रारंभ की गई है जिससे ग्राम की तस्वीर बदलेगी।
* गौठान निर्माण कार्यों में ग्रामीण महिलाओं का विशेष योगदान