Vice President Election Result: भारत के 15वें उपराष्ट्रपति बने सीपी राधाकृष्णन, NDA में जश्न; जानिए कितने मत प्राप्त हुए

नई दिल्ली। एनडीए की ओर से समर्थित उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन देश के नए उपराष्ट्रपति चुन लिए गए हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव में उन्हें 452 मत मिले। इस जीत के साथ ही वह देश के उपराष्ट्रपति पद के लिए चयनित हो गए हैं।

चुनाव आयोग के अनुसार, उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए कुल वोटर संख्या 788 थी। इसमें 7 पद रिक्त रहने के कारण प्रभावी वोटर संख्या 781 रही। मंगलवार को हुए मतदान में 768 सांसदों ने वोट डाला, जबकि 13 सदस्य अनुपस्थित रहे। अनुपस्थित रहने वालों में बीआरएस के 4, बीजद के 7, शिरोमणि अकाली दल के 1 और एक निर्दलीय सांसद शामिल थे।

एनडीए के 427 सांसदों ने मतदान में हिस्सा लिया और बहुमत से राधाकृष्णन की जीत सुनिश्चित की। ज्ञात हो की एनडीए उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से पहले लोधी कॉलोनी स्थित श्रीराम मंदिर जाकर दर्शन किए और आशीर्वाद लिया था।

मंदिर से बाहर निकलते हुए उन्होंने भरोसा जताया था कि चुनाव में उनकी जीत तय है। राधाकृष्णन ने कहा था, “यह भारतीय राष्ट्रवाद की एक बड़ी जीत होगी। हम सब एकजुट हैं और हमेशा एक रहेंगे। हमारा लक्ष्य ‘विकसित भारत’ है, और यह जीत उसी दिशा में हमें आगे ले जाएगी।”

आपको बता दें कि नए उपराष्ट्रपति के लिए मंगलवार को नई दिल्ली स्थित नए संसद भवन में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान हुआ। मतदान के बाद वोटों की गिनती की गई, जिसमें सीपी राधाकृष्णन की जीत हुई।

भारत के उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए प्रत्याशी सीपी राधाकृष्णन और इंडिया ब्लॉक के प्रत्याशी, पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज बी सुदर्शन रेड्डी के बीच मुकाबला था।

RSS के स्वयंसेवक से उपराष्ट्रपति तक का सफर

आपको बता दें कि 31 जुलाई 2024 को जब सीपी राधाकृष्णन ने महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में शपथ ली, तो यह उनकी राजनीतिक और प्रशासनिक यात्रा का नया अध्याय था. इससे पहले वे झारखंड के राज्यपाल रह चुके हैं और साथ ही उन्होंने कुछ समय के लिए तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार भी संभाला. चार दशक से ज्यादा लंबे राजनीतिक करियर में राधाकृष्णन ने संगठन, संसद और प्रशासन हर स्तर पर अपनी छाप छोड़ी है.

संबंधित समाचार

Leave a Comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.