जरूरतमंद तैराकों को मदद कर रहे हैं पुरई के लाइफ गार्ड
रायपुर। इसे कहते हैं हूनर को बढ़ावा देने का सार्थक प्रयास। दुर्ग जिले के पुरई गांव के युवा तैराकों ने लाइफ गार्ड की नौकरी करते हुए गांव के जरूरतमंद तैराकों के लिए एक फंड बनाया है। इस फंड से वे गांव के होनहार तैराकों के लिए कॉस्ट्यूम और डाइट का बंदोबस्त करते हैं और उन्हे प्रशिक्षित भी कर रहे हैं। गौरतलब है कि पुरई गांव के 12 तैराक वर्तमान में गांधी नगर साई में ट्रेनिंग ले रहे हैं। पुरई गांव के ओम कुमार ओझा वर्ष 2010 से गांव के बच्चों को ट्रेनिंग देते आ रहे हैं। डोंगिया तालाब में तैराकी पर प्रतिबंध लगाने के बाद उन्होंने जन सुनवाई से लेकर संबंधित मंत्रियों तक अपनी बात पहुंचाई, सतत मेहनत के कारण खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौर की पहल पर पुरई के बच्चों की परीक्षा ली गई और प्रदर्शन के आधार पर उन्हें साई में दाखिला दिया गया।