नौकरी दिलाने के नाम पर 11 लाख की ठगी
रायपुर। नौकरी के नाम पर ठगी कोई नया मामला नहीं है लेकिन हर बोर लोग ठगे जाते हैं। सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर एक बेरोजगार युवक से करीब 11 लाख की ठगी कर ली गई। पुलिस ने मेडिकल छात्र के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर पूछताछ शुरू कर दी है। फिलहाल आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
पुलिस के मुताबिक तामासिवनी अभनपुर का एक युवक छत्रपाल मैथिल पढ़ाई के बाद बेरोजगार था, तभी उसकी मुलाकात गुरुघासीदास कॉलोनी न्यू राजेंद्र नगर के अनुराग कोसरिया से हुई। रायपुर से बाहर कहीं मेडिकल की पढ़ाई करने वाले इस युवक ने छत्रपाल को आयुष्मान योजना के तहत डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर नौकरी लगाने का झांसा देकर उससे रुपयों की मांग की। ऐसे में बेरोजगार युवक ने कहीं से कर्ज कर रकम का इंतजाम किया।
बताया गया कि बेरोजगार युवक ने 25 जनवरी 2019 को कुछ रुपये भट्टर अस्पताल बैरनबाजार के सामने दिया। इसके अलावा उसे किस्तों में रुपये देता रहा। 10 लाख 80 हजार रुपये देने के बाद भी नौकरी न लगने पर बेरोजगार युवक ने उससे रुपयों की मांग की। रुपयों की वापसी न होने पर उसने इसकी रिपोर्ट कोतवाली पुलिस में दर्ज करायी। पुलिस का कहना है कि बेरोजगार युवक ने अपने रिश्तेदारों से मिलकर रुपयों का इंतजाम किया था और नौकरी न लगने से वह परेशान है। पुलिस का कहना है कि आरोपी युवक रायपुर से बाहर कहीं मेडिकल की पढ़ाई करता है। फिलहाल उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।