आदर्श गौठान चरोटा में आकर्षित हो रहे पशुधन
बालोद। बालोद जिले में राज्य शासन की महत्वाकांक्षी नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी का संरक्षण, संवर्धन कार्य अब मूर्त रूप ले रहा है। जिला मुख्यालय से लगभग पॉच किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत उमरादाह के आश्रित ग्राम चरोटा के आदर्श गौठान में गौवंशीय पशुधन आकर्षित होकर प्रतिदिन पहुॅच रहे हैं। पशुधन यहॉ गॉव से निकलकर दरदोरा नाला के किनारे-किनारे होकर गौठान पहुॅचते हैं। यहॉ पेड़ के नीचे किसानों द्वारा स्वेच्छा से उपलब्ध कराए गए पैरा खाकर और स्वच्छ पानी पीकर गौठान में विचरण करते हुए घर चले जाते हैं।
कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के मार्गदर्शन में ग्राम चरोटा में ढाई एकड़ के पुराने गौठान को ”गरूवा” कार्यक्रम के तहत नए रूप में विकसित किया जा रहा है। यहॉ बनाए गए गौठान में बड़ी संख्या में गॉव के गौवंशीय पशु पहुॅच रहे हैं। गौठान में पशुओं के लिए चारा, पानी, छाया की व्यवस्था तथा चारों ओर फेंसिंग की गई है। कृषि विभाग द्वारा पशुओं के गोबर और चारे के अवशेष से वर्मी कम्पोस्ट खाद तैयार करने वर्मी कम्पोस्ट बेड बनाए गए हैं। पशुओंं के लिए स्वच्छ पेयजल हेतु ट्यूबवेल स्थापित किया गया है। पशुओं के टीकाकरण व नस्ल सुधार तथा अन्य स्वास्थ्यगत देखभाल पशु चिकित्सा विभाग द्वारा किया जाएगा। यहॉ चारागाह विकास के लिए कार्य किया जा रहा है। उद्यानिकी विभाग द्वारा बाड़ी विकास का कार्य किया जा रहा है। गौठान के किनारे बहने वाले दरदोरा नाला में नरवा कार्यक्रम के अंतर्गत साफ-सफाई तथा तटबंध निर्माण का कार्य कराया गया है।
ग्राम चरोटा के पशुओं को चराने वाला चरवाहा उदला यादव ने प्रसन्नतापूर्वक बताया कि आदर्श गौठान के बनने से सभी पशु प्रतिदिन गौठान में आते हैं। यहॉ पैरा खाते हैं, स्वच्छ पानी पीते हैं और गौठान में विचरण करते हैं।