मोखला का आदर्श गौठान गांव की बदलने लगी है तस्वीर
रायपुर। कृषि क्षेत्र के समग्र विकास एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से प्रारंभ की गई सरकार की अत्यंत महत्वाकांक्षी नरवा, गरवा, घुरवा, बारी योजना राज्य के गांवों की तकदीर एवं तस्वीर बदलने वाली योजना साबित हो रही है। इस योजना के अंतर्गत राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम मोखला में निर्माणाधीन आदर्श गौठान बहुउपयोगी साबित होता दिखाई दे रहा है।
जिले की प्रमुख एवं राज्य की जीवनदायिनी शिवनाथ के किनारे लगभग साढ़े 12 एकड़ की भूमि पर बनाए जा रहे इस गौठान एवं चारागाह का प्राकृतिक एवं भौगोलिक स्वरूप भी अत्यंत अनुकूल होने के कारण मनोरम दिखाई देता है। ग्राम मोखला शिवनाथ नदी के किनारे स्थित होने एवं समुचित मात्रा में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होने के कारण इस गांव में बारहमासी खेती की जाती है। ग्राम मोखला में खेती किसानी के अलावा पशुपालन की परम्परा भी अत्यंत समृद्ध है। जिसके कारण फसलों को अपने गांव के अलावा अन्य अवारा पशुओं से रक्षा करना काफी चुनौतिपूर्ण कार्य होता था, लेकिन वर्तमान में ग्राम मोखला में आदर्श गौठान के निर्माण होने से पशुओं को इस गौठान में सुरक्षित रखने से गर्मी के मौसम में खेती-किसानी करने में काफी सहूलियत हो रही है। इस वर्ष ग्रीष्म काल में मोखला के किसानों के रबी फसलों को पशुओं के द्वारा किसी भी प्रकार की क्षति नहीं पहुंचाई गई है। वर्तमान में छश्रीसगढ सऱकार की इस विशेष प्राथमिकता वाले इस योजना के फलस्वरूप ग्राम मोखला में गौठान के निर्माण करने से समग्र ग्राम की तस्वीर बदलने लगी है।