रक्त अल्पता से पीडि़त मरीजों का चिन्हंाकन कर करें उपचार करें
बालोद। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने कहा कि जिले की ऐसी गर्भवती महिलाएॅ, शिशुवती महिलाएॅ, किशोरी बालिकाएॅ व सामान्य महिलाएॅ जो रक्त अल्पता (खून की कमी) से पीडि़त हैं, उन्हें मितानीनों के माध्यम से चिन्हंाकन कराकर अस्पताल में उनका समुचित उपचार करें। मितानिनों द्वारा भेजे गए मरीजों का चिकित्सक जिम्मेदारीपूर्वक संवेदनशीलता के साथ बेहतर उपचार करें। कलेक्टर श्रीमती साहू आज संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित चिकित्सकों, मितानीन समन्वयकों और मितानीन प्रशिक्षकों की बैठक में निर्देशित कर रही थी। उन्होंने कहा कि शासकीय अस्पतालों में उपलब्ध सुविधाओं का लाभ आम जनता को मिले।
कलेक्टर ने मितानीन प्रशिक्षकों से कहा कि वे मितानीनों की बैठक लेकर रक्त अल्पता से पीडि़त मरीजों का सर्वे कराएॅ। पीडि़त मरीजों को शासकीय अस्पताल भेजें। उन्होंने कहा कि शतप्रतिशत प्रसव शासकीय अस्पतालों में हो। जिला अस्पताल बालोद और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गुण्डरदेही में ब्लड स्टोरेज युनिट उपलब्ध है। उन्होंने सिकलिंग के मरीजों का भी चिन्हंाकन कर समुचित उपचार करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कम वजन के नवजात शिशुओं व कुपोषित बच्चों का भी चिन्हंाकन कर उन्हें उचित संस्थानों एसएनसीयू या एनआरसी में रिफर करने के निर्देश दिए। उन्होंने शासकीय अस्पतालों में आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएॅ उपलब्ध कराने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और सिविल सर्जन को समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। बैठक में डिप्टी कलेक्टर श्री भूपेन्द्र अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रात्रे सहित खण्ड चिकित्सा अधिकारी, मितानीन समन्वयक और मितानीन प्रशिक्षक उपस्थित थे।