लोक अदालत में चेक बाउंस के 548 मामले निराकृत

लोक अदालत में चेक बाउंस के 548 मामले निराकृत

रायपुर। जिला न्यायालय रायपुर में आयोजित विशेष वृहद लोक अदालत में एक ही दिन में चेक बाउंस के 5 सौ 48 मामलों का रिकॉर्ड निराकरण हुआ। राज्य में रायपुर में सर्वाधिक मामलों का निराकरण किया गया। दुर्ग में 245 मामलों का एवं जगदलपुर में 118 मामले निराकृत किए गए।

रायपुर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा प्राधिकरण के अध्यक्ष राम कुमार तिवारी के मार्गदर्शन में आयोजित लोकअदालत जिला न्यायालय रायपुर में कुल 8 खण्डपीठों एवं तहसीलों में कुल 5 खण्डपीठों का गठन किया गया था। रायपुर के अलावा गरियाबंद, तिल्दा एवं राजिम के न्यायालयों में विशेष लोक अदालत आयोजित की गई थी।

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव उमेश उपाध्यक्ष ने बताया कि रायपुर जिला न्यायालय में चेक बाउंस से संबंधित लगभग 13 हजार मामले लंबित हंै। जिसमें से लगभग 9 हजार मामले लोकअदालत में सुनवाई के लिए रखे गए। जिनमें से 548 प्रकरणों का अंतिम रूप से निराकरण हुआ। इस लोकअदालत में अपर जिला न्यायाधीश राकेश वर्मा, न्यायिक मजिस्ट्रेट डॉ. सुमित सोनी, नेहा उसेंडी, अनंतदीप तिर्की व मंजूषा टोप्पो, नम्रता नोरगे, संजूलता देवांगन एवं प्रशांत भास्कर के खंडपीठ में मामलों की सुनवाई की गई।

लोकअदालत में डॉ. सुमित सोनी न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी, रायपुर की खण्डपीठ में चेक बाउंस के कुल 345 मामले सुनवाई हेतु रखे गए थे। जिसमें से आपसी समझौते के आधार पर 233 मामलों का अंतिम रूप से निराकरण किया गया। राज्य में किसी एक ही खण्डपीठ द्वारा निराकृत मामले में यह सर्वाधिक संख्या रही। न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रशांत भास्कर एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट अनंतदीप तिर्की की खण्डपीठ में 90 और 86 मामलों का निराकरण किया गया।

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