अंतिम क्षण में ताकत झोंक रहे हैं प्रत्याशी व पार्टी
रायपुर। जांजगीर-चांपा सीट को छोड़ दें, तो बाकी सभी 6 सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधी टक्कर है। लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण की बाकी 7 सीटों में रविवार को चुनावी शोर थमने से पहले भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने जमकर मेहनत की। शहरी इलाकों की इन सीटों पर भाजपा को मोदी फैक्टर के चलते बड़ी उम्मीद है। जबकि कांग्रेस को यहां प्रदेश सरकार के फैसले से फायदा मिल सकता है। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, कोरबा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा और सरगुजा लोकसभा में चुनाव प्रचार रविवार की शाम थम गया। इन सीटों पर 23 तारीख को मतदान होगा। इसके साथ ही प्रदेश में लोकसभा के चुनाव पूरे हो जाएंगे। जांजगीर-चांपा लोकसभा में बसपा की दमदार मौजूदगी से मुकाबला त्रिकोणीय हो चला है। बाकी लोकसभा सीट कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशी के बीच सीधा मुकाबला है।
पिछले चुनाव में भाजपा को 11 में से 10 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। इस बार पिछला प्रदर्शन दोहरा पाना भाजपा के लिए नामुकिन सा दिख रहा है। वजह यह है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा को बुरी हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ता उत्साह से भरे हैं। इन सबके बावजूद भाजपा सभी सीटों पर कड़ी टक्कर दे रही है, तो उसकी मुख्य वजह मोदी फैक्टर है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने दो सभा ली वहीं मोदी व अमित शाह ने कई चुनावी सभा ली। कांग्रेस की तुलना में भाजपा ने ज्यादा संख्या में स्टार प्रचारक उतारे। अब 24 घंटे के समय में डोर टू डोर प्रचार का रूख पार्टी प्रत्याशी व समर्थक करेंगे।