भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) अंतरिक्ष यान से खींची गई दो तस्वीरें जारी की हैं। पहली तस्वीर में पृथ्वी को दिखाया गया है, जिसे लैंडर इमेजर कैमरे (LI Camera) से कैप्चर किया गया है।
स्नैपशॉट 14 जुलाई को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रयान -3 मिशन की लॉन्च डेट के साथ लिया गया था। दूसरी तस्वीर में चंद्रमा को दिखाया गया है, जो 6 अगस्त को अंतरिक्ष यान में स्थित लैंडर हॉरिजॉन्टल वेलोसिटी कैमरा (LHVC) से ली गई थी।इससे पहले मंगलवार को, ISRO ने बताया कि चंद्रयान -3 अंतरिक्ष यान ने एडिशनल ऑर्बिट रिडक्शन मनूवर के बाद बुधवार को चंद्रमा की सतह की ओर महत्वपूर्ण प्रगति की। ऑर्बिट रिडक्शन मनूवर का मतलब है कि अंतरिक्ष यान चांद चारों ओर घूम कर उसके कितने करीब पहुंच रहा है। 14 जुलाई को अपनी लन्चिंग के बाद, भारत का महत्वाकांक्षी चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान 5 अगस्त को सफलतापूर्वक चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश कर गया।
Chandrayaan-3 Mission:
🌎 viewed by
Lander Imager (LI) Camera
on the day of the launch
&
🌖 imaged by
Lander Horizontal Velocity Camera (LHVC)
a day after the Lunar Orbit InsertionLI & LHV cameras are developed by SAC & LEOS, respectively https://t.co/tKlKjieQJS… pic.twitter.com/6QISmdsdRS
— ISRO (@isro) August 10, 2023
ISRO ने घोषणा की कि आगामी मनूवर 14 अगस्त को सुबह 11.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे के बीच तय है। ISRO ने रविवार को एक ऑर्बिट रिडक्शन मनूवर को अंजाम दिया। जैसे-जैसे मिशन आगे बढ़ रहा है, ISRO चंद्रयान-3 के ऑर्बिट को उत्तरोत्तर कम करने और इसे लूनर पोल्स के नजदीक लाने के लिए मनूवर कर रहा है। ISRO के सूत्रों का हवाला देते हुए न्यूज एजेंसी PTI ने बताया कि अंतरिक्ष यान को चंद्रमा के करीब लाने के लिए दो एडिशनल ऑर्बिट रिडक्शन मनूवर की योजना बनाई गई है।
14 और 16 अगस्त को 100 Km की कक्षा हासिल करने के लिए मनूवर के एक क्रम की योजना बनाई गई है। इसके बाद, लैंडर और रोवर दोनों को शामिल करने वाला लैंडिंग मॉड्यूल, प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग हो जाएगा। इस अलगाव के बाद, लैंडर को अपनी रफ्तार कम करने के लिए “डीबूस्ट” प्रोसेस से गुजरने की उम्मीद है, जिससे 23 अगस्त को चंद्रमा के साउथ पोलर रीजन पर सॉफ्ट लैंडिंग होगी। 14 जुलाई को लॉन्च के बाद से तीन हफ्ते के पीरियड में और पांच मनूवर करते हुए, ISRO ने चंद्रयान -3 अंतरिक्ष यान को पृथ्वी की कक्षा से तेजी से दूर किया।