फिर एक खबर…..
प्रणाम मोदी सच में आपको प्रणाम दूसरे उस जनता को भी प्रणाम, देखा कर मै आश्चर्य चकित हु, उनका स्नेह प्यार आपके प्रति दीवानगी बिलकुल i am totally shocked मै क्या कोई भी आज खुद से खुद को रोक नहीं पायेगा जो रोक ले वो फिर… । आज आप दोनों को मेरा दिल से मेरा प्रणाम, शायद आप को यही ऊर्जान्वित किये हुए है, निःशब्द हु मै आज पूरी तरह निःशब्द। US प्रवास में सुनता था देखता था दीवानगी लेकिन, लेकिन ये कुछ और ही है ये दीवानापन मैंने क्या किसी ने कहीं कभी नहीं देखा होगा ऐसी दीवानगी, यह सब देख मुझे भी जलन हुई की काश मै क्यो नही मै भी वहां होता ऐसे ही भरी बारिश में उस भीड़ का हिस्सा होता। ऐसे में कोई आपको आपके लक्ष्य पथ से डिगा नहीं सकता, ईश्वर से प्रार्थना है, की उद्देश्य सफल होए।
रविकांत
आप सभी से बोल ही रहा था आज का पूरा दिन बहुत अलग है ऐसे सोचते थोड़ा फ्री हो हवा खाने बहार निकला लेकिन फिर एक खबर, आज का दिन कुछ अलग है थक गया मै लेकिन खबर अभी भी बाकि है। सोचते सोचते घर ही पहुंचा की ये सामने आया आज 07-07 बहुत अलग है सच मे आज का दिन बहुत उथल पुथल और उहा पोहा भरा था। सब कुछ अलग नया पूरे दिन की सभी घटनाओं के बारे मे लिखने की तो बनती है न लिखे तो बेमानी होंगी, लेकिन इस बात का भी डर की कही कुछ छूट न जाये भूल न जाऊँ ऐसे में यह सामने था अब आप बताइये। क्या करू…
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आज दिनांक 07-07-23 बहुत खास ही है बिलकुल अलग झिंझोड़ने वाल, दिन की शुरुवात थोड़ा असमान्य बारिश का मौसम बना लेकिन गिरा नही फिर पीएम मोहदय का कार्यक्रम उस पर नजर बिठाये था क्या नया मिलेगा, जो मिला वो अनमोल था, जो मेरे जहन में 2 साल से पल रहा मै सकेल समेट के रखा था उन्होंने खुले मंच से उजागर कर दिया, बोल गए सब कुछ, बात यहाँ खत्म नही शुरू होती है ताली बजा के और लोग घर पहुंचे होंगे हमारे प्रधानमत्री जी अगले पड़ाव में निकल गए जी हाँ आप भी घर में थक गए ही बोले होंगें लेकिन उनका पूरा दौरा कार्यक्रम कुल 36 घंटों का है वे अभी भी कहीं व्यस्त होंगे, इस न्यूज़ को भी मै लिया हु।
PM का रायपुर कार्यक्रम सिर्फ शुरुवात थी Just Bignig अब जब यहाँ को लेकर मोदी जी सब कुछ बोल ही दिए तो अपने बोलने कहने की तो बनती है डरता भी हु की कुछ ज्यादा ना बोल जाऊँ लेकिन ठीक है।
आज मोदी जी के कहे सारे शब्द दिमांग में घूम रहे थे मूझे कुछ लिखने उकेरने बोल रहे रहे थे, अभी थोड़ा ही लिखा लेकिन बहुत कुछ बाकी है। अब जैसे तैसे थोड़ा फ्री होकर बाहर निकला लेकिन नई सूचनाये आ ही रही थी, जैसे तैसे अब कुछ 10.30 हुआ होगा फिर थोड़ा बढ़ा ही था की मेरी नजर एक टेटू पर पड़ी जी हां टेटू सामान्य तह: या यूं कंही की टेटू का इतिहास तो बहुत ही पुराना है आपने भी गाहे बगाहे आस पास देखा ही हो लेकिन ज्यादा तर एक चार डांट बिंदी वाला टेटू गोदना देखने को मिल ही जाता है, आज उस बन्दे से उसका इतिहास जानने मिला
वही बंदा खुद जिनके दोनो हाथ में टेटू पुराने शब्दों में इसे गोदना गुदाना कहते थे उस श्रीमान गुदाये थे जिसने मुझे आकर्षित किया मुझे ही हिला दिया इतना पड़ा टेटू एक दाहिने फिर बाएं में भी पूछ बैठा जानने की तो बनती थी की यह क्या है जवाब गजब का था वो श्रीमान खुद में खजाना है इतना खजाना समेट है की बता ही नहीं सकता बात शुरू हुई लेकिन समयाभाव से पूरी नहीं। एक वादे के बाद बाद मिलना तय हुआ लेकिन ये भी अधूरा ही रहा फिर बढ़ा
यह सब्जेक्ट पूरी तरह नया अछूता है सब्जेक्ट पूरी तरह नया अछूता है देखा कई बार लेकिन पता न था अब 11 बज चुके तो घर की तरफ रुख किया तो फिर दो हुआ सामना एक नंदी महाराज बोल सकते है सांड बैल नही आगे ही बढ़ा तो वो दिखे जो अलकल्पनिय सच मे तो
गजब बहुत ही गजब इसे कहते है जन नायक
ये है सच्चे प्रधान सेवक और देखिए जनता की दीवानगी!
हो सकता है केरला को हो या कंही का ही हो गलत है ये और वंहा का है तो वंही फुदक रहे है ये लेकिन उसमे क्या आज नहीं तो कल बहार आएगा ही उसमे मेरा कोई योगदान नहीं हां गुस्सा था जो लोगो सूचना सन्देश हेतु ही दिया लेकिन अगर है ये इंडिया का तो ये मान लो येसंयोग नहीं प्रयोग है और खतरे की घंटी चिंता मत करो। इसमें मेरा एक एकाउंट शहीद हो गया मेरी क्या गलत्ती ट्विटर है उसे देखना चाहिए की इस प्लेटफार्म में आया ही क्यों वो क्या कर रहे है।
न वो रुके न वो भागे रोक ना पाई बारिश भी आप भी देखिये, इसे कहते है दीवानगी, पागलपन सुना था आज देख ली। I am totally shocked निःशब्द स्तब्ध हु मै, वरना 500 और बोतल बिरयानी की भीड़ तो बहुत देखी जो आज रो रहे है।
तभी मोदी जी बोले वो गुलामी का कुछ देखता हु
वो क़त्ल भी कर दे तो चर्चा नहीं होती हम आह भी भर ले तो हो जाएँ बदनाम