चांवल आंबटन के लिए पत्र लिखना भाजपा का चुनावी हथकंडा

चांवल आंबटन के लिए पत्र लिखना भाजपा का चुनावी हथकंडा

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी द्वारा दाल भात केंद्रों के चावल आवंटन के लिए चुनाव आयोग को पत्र लिखे जाने को मतदाताओं की आंखों में धूल झोंकने का षडयंत्र निरूपित करते हुए प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा को दाल भात केंद्रों के हितग्राहियों की इतनी ही चिंता थी तो भाजपा की केंद्र सरकार से चांवल का आबंटन पूर्ववत करने की मांग क्यों नहीं की? भाजपा को चुनाव आयोग को नहीं मोदी जी को दाल भात केंद्रो के चांवल के लिये पत्र लिखना था। केंद्र सरकार से कहना था कि जो दाल भात केंद्रों को दिए जाने वाले चावल में कटौती की गई है उसे समाप्त किया जाए। लेकिन अपनी ही पार्टी की केंद्र की भाजपा सरकार को पत्र लिखने के बजाय भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर अपना ढोंग आडंबर दिखावा एवं कपट पूर्ण गरीब विरोधी चरित्र उजागर कर दिया है।

त्रिवेदी ने कहा है कि सच्चाई तो यह है कि दाल भात केंद्रो को सस्ता चावल देने से मोदी सरकार ने इंकार कर दिया है। मोदी सरकार के आदेश से दाल भात केंद्रो को अनाज मिलना बंद हुआ है, जिसका दस्तावेजी सबूत मीडिया को उपलब्ध कराया जा चुका है।

छत्तीसगढ़ में 2004 से चल रहे 128 अन्नपूर्णा दाल भात सेन्टरो को केन्द्र सरकार के कोटे के चावल का आंबटन रद्द कर दिया है। जिसकी सूचना विगत 27 मार्च को समस्त जिला अधिकारियो को दी जा चुकी है। उल्लेखनीय है कि इन दाल भात सेंटरो में प्रति दिन लगभग 12000 गरीब छत्तीसगढिय़ा 10 रू. में भरपेट भोजन प्राप्त करते थे। चंद बड़े उद्योगपतियो के मित्र और सूटबूट वाली मोदी सरकार ने एक बार फिर गरीबो के पेट पर लात मारी है।

00 मोदी सरकार के आदेश से ही अनाज मिलना हुआ बंद

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