नई दिल्ली। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा इस वक्त भारत के दौरे पर हैं और शनिवार को उनकी मुलाकात पीएम मोदी से हुई। इस मुलाकात में दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों पर चर्चा हुई और कुछ समझौते भी हुए। आर्थिक दृष्टिकोण से जापान और भारत के बीच निवेश का एक अहम समझौता हुआ है। पीएम मोदी ने मुलाकात के बाद बताया कि जापान अगले पांच सालों में भारत के अंदर 5 ट्रिलियन येन यानि करीब 3.2 लाख करोड़ रुपए का निवेश करेगा।
The talks with PM @kishida230 were extensive and productive. He has always been a great friend of India’s. We took stock of the progress in our bilateral relations over the last few years. We also discussed various regional and global issues. pic.twitter.com/FaP3xP5o9u
— Narendra Modi (@narendramodi) March 19, 2022
पीएम मोदी ने इस दौरान बताया कि जापानी कंपनियां भारत में और बढ़ चढ़कर निवेश के लिए आगे आएंगी, इसके लिए दोनों देशों के बीच कई आर्थिक समझौते हुए हैं।
- पीएम मोदी ने कहा कि भारत और जापान के बीच टेक्नोलॉजी और इनोवेशन सेक्टर में नए आयाम जुड़े हैं और यह आगे भी बढ़ते रहेंगे।
- पीएम मोदी ने कहा कि आज की हमारी चर्चा ने हमारे आपसी सहयोग को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का मार्ग प्रशस्त किया है। हमने विपक्षीय मुद्दों के अलावा कई क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान प्रदान किया।
- पीएम ने कहा कि हमने यूनाइटेड नेशन और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी अपना समन्वय बढ़ाने का निर्णय लिया है।
इस दौरान जापान के प्रधानमंत्री ने भी कहा कि अभी का जो दौर चल रहा है, उससे दुनिया हिल गई है, लेकिन ऐसे में भी भारत और जापान के बीच घनिष्ठ साझेदारी होना बहुत जरूरी है। पीएम मोदी के साथ मीटिंग में रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध पर भी चर्चा हुई और दोनों देशों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। जापानी पीएम ने कहा कि युद्ध के मसले का हल अंतरराष्ट्रीय कानून के जरिए ही निकालने की जरूरत है।
भारत और जापान के बीच कुल 6 समझौते हुए हैं। जापान ने 2014 में की गई निवेश प्रोत्साहन साझेदारी के तहत भारत में 3,20,000 करोड़ रुपये के निवेश लक्ष्य की घोषणा की।