जल संरक्षण पर कार्यशाला में बताया गया जल दिवस का उद्देश्य
महासमुन्द। विश्व जल दिवस 22 मार्च अवसर पर आस्था वुमेन सोशल संस्था महासमुन्द द्वारा जल संरक्षण पर कार्यशाला का आयोजन संस्था कार्यालय में किया गया। इस अवसर पर संस्था प्रमुख चेतन चन्द्राकर ने विश्व जल दिवस के उद्देश्य को बताते हुए कहा कि जल को सुरक्षित रखने की दिशा में कार्य करना अति आवश्यक है क्योंंकि जल बिना जीवन अधूरा है साथ ही एक रिपोर्ट में बताया कि भारत में भूजल का दोहन नही रुकने की स्थिति में देश को बड़े जल संकट का सामना करना पड़ सकता है।
मधु शर्मा ने जल के महत्त्व को बतलाते हुए कम से कम जल का उपयोग कर बचत करने की सलाह दी। निरंजना चन्द्राकर ने कहा कि पानी की एक एक बूंद कीमती है फिर भी बेहिसाब तरीके से इसका दोहन हो रहा है जिसका नतीजा दुनिया के हर देशों में जल संकट के रूप में दिख रहा है। प्रेमलता ने कहा कि पानी की आवश्यकता हर जीव को हैं और कहा भी गया है कि जल है तो हम है और जल ही जीवन है जल को बचा कर जीवन को सुरक्षित करना होगा और इसके लिए सभी को जागरूक करना होगा।