चाचा देंगे भतीजे को जीत का आर्शिवाद
रायपुर। राजनीति चीज ही ऐसी है कि कब किस करवट ले मुमकिन तौर पर कह पाना कुछ संभव नहीं है। प्रमोद दुबे रायपुर से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, इसलिए कि कांग्रेस में सर्वमान्य प्रत्याशी के रूप में उनका नाम शुरू से ही चला था और पार्टी ने उनके नाम पर अधिकृत रूप से मुहर भी लगा दी है अब जनता को मुहर लगाना बाकी रह गया है। शहर में इस बात को लेकर चर्चा होते रही है कि रायपुर लोकसभा सीट पर सांसद होगा तो ब्राम्हणपारा से चाहे जो भी हो। इस बीच रमेश बैस की टिकट कट गई, हालांकि यह भाजपा का नीतिगत फैसला था लेकिन सात बार के सांसद की इस तरह विदाई बैस समर्थकों को रास नहीं आ रही है इसलिए अब वे खुलकर तो नहीं लेकिन प्रमोद के साथ अंदरूनी तौर पर जरूर जुड़ेंगे। रिश्तों की अहमियत देखें तो रमेश बैस को प्रमोद दुबे चाचा मानते हैं और अब चाचा अपने भतीजे को जीत के लिए आर्शिवाद तो दे ही सकते हैं.यह पार्टीगत मामला नहीं बनता। मतलब तस्वीर पूरी तरह से साफ कि सांसद बनेगा तो ब्राम्हणपारा से। यहां बताना लाजिमी होगा कि भाजपा से अब तक सांसद रहे रमेश बैस और कांग्रेस से घोषित प्रत्याशी प्रमोद दुबे दोनोंं राजधानी के एक ही मोहल्ले ब्राम्हणपारा के निवासी हैं। बैस की टिकट भाजपा ने काट दी है।