नई दिल्ली। संसद के मॉनसून सत्र के दौरान मंगलवार को राज्यसभा में पक्ष और विपश की तकरार के बीच लोकतंत्र के मंदिर में एक शर्मसार करने वाली घटना देखने को मिली। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे विपक्षी दलों मसलन कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वाम दल और आम आदमी पार्टी के सांसदों ने मंगलवार को राज्यसभा में एक हैरतअंगेज घटनाक्रम में महासचिव की मेज पर चढ़कर उस पर कब्जा कर लिया और जोरदार नारेबाजी की। इतना ही नहीं, राज्यसभा की मेज पर चढ़कर कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने आसन की ओर रूल बूक भी फेंकी। इसका नतीजा यह हुआ कि सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ गई।
राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित होने से पहले महासचिव की मेज पर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह, तृणमूल कांग्रेस की मौसम नूर, कांग्रेस के प्रताप सिंह बाजवा, माक्सवादी पार्टी के शिवदासन और भाकपा के विनय विस्वम ने मेज पर बैठकर जोरदार नारेबाजी की। इतना ही नहीं, ये सदस्य मेज भी बजा रहे थे। अन्य सदस्य शोर गुल कर रहे थे। इससे पहले कांग्रेस के रिपुन बोरा, दीपेन्द्र हुड्डा और कांग्रेस के राजमणि पटेल भी मेज पर खड़े हो गये थे। इसी हंगामे के बीच बाजवा आसन की ओर रूल बुक फेंकते नजर आए।
Such unparliamentary demeanor from a party that calls itself the 'Grand Old Party' of India!
Look how Congress MP Pratap Singh Bajwa throws files at the chair in Rajya Sabha as his colleagues simply cheer on.
A disgrace to the vibrant ethos of our temple of democracy.#Shame pic.twitter.com/R9xwKAWTxN
— Tejasvi Surya (ಮೋದಿಯ ಪರಿವಾರ) (@Tejasvi_Surya) August 10, 2021
दरअसल, विपक्ष की मांग पर राज्यसभा में किसानों के मुद्दों पर चर्चा होने वाली थी, मगर ऐसा नहीं हो सका। राज्यसभा में चर्चा के बदले सिर्फ और सिर्फ हंगामा देखने को मिला। कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा डेस्क पर चढ़कर नारेबाजी करते दिखे। इतना ही नहीं, काला कानून वापस लो का नारा लगाते हुए बाजवा ने आसन की ओर रूल बुक भी फेंक दी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है और भाजपाप नेता इस वीडियो के जरिए कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे विपक्षी दलों के नेता नारेबाजी कर रहे हैं और डेस्क पर चढ़कर बाजवा आसन की ओर रूल बुक फेंक रहे हैं।
TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने राज्यसभा में कृषि कानूनों को लेकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे विपक्षी दलों के सांसदों का वीडियो ट्वीट किया है। उन्होंने वीडियो के साथ ट्वीट में लिखा-आज राज्यसभा में सितंबर 2020 दोहराया गया। सभी विपक्षी दलों ने सरकार के झांसों के खिलाफ आह्वान किया। किसानों का सड़कों पर, संसद के अंदर सांसदों का विरोध। पेगासस पर चर्चा से सरकार भाग रही है। सरकार कृषि कानूनों को निरस्त करने से भाग रही है।
Repeat of September 2020, in Rajya Sabha today. ALL opposition parties call out Govt bluff. #FarmerProtests on the streets, MPs inside #Parliament
Govt running away from #Pegasus
Govt running away from repealing Farm Laws. Oppn MPs👇🏻VIDEO pic.twitter.com/Q8sJSUqFnS
— Derek O'Brien | ডেরেক ও'ব্রায়েন (@derekobrienmp) August 10, 2021
दरअसल, दो बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर उप सभापति भुवनेश्वर कलिता ने जब ‘कृषि से संबंधित समस्याओं और इनके समाधान’ पर अल्पकालिक चर्चा की शुरूआत कराई तो विपक्षी सदस्यों ने इसका कड़ा विरोध किया। उप सभापति ने हंगामे के बीच ही भाजपा के विजय पाल सिंह तोमर को चर्चा शुरू करने को कहा। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रविड मुनेत्र कषगम, वामदल और आम आदमी पार्टी के सदस्य इसके विरोध में सदन के बीच में आ गये और नारेबाजी करने लगे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना के सदस्य भी अपनी सीट के निकट खड़े होकर नारे लगाते दिखायी दिये। इसके बाद दिन भर के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित हो गई।
कार्यवाही के स्थगित होने के बाद भी चार-पांच विपक्षी सदस्य महासचिव की मेज पर बैठे रहे जबकि अन्य सदस्य मेज के चारों ओर खड़े रहे। कार्यवाही शुरू होने से कुछ सेकेंड पहले और सभापति के सदन में आने से पहले मार्शल दीपक देश वर्मा को जगह बनाते हुए उनकी कुर्सी पर ले गये। इस बीच स्थिति को देखते हुए संसद में विभिन्न जगहों पर तैनात वाच एंड वार्ड के करीब 50 मार्शलों को सदन में बुला लिया गया। यह संभवत पहला मौका होगा जब सदन में एक साथ इतने मार्शलों को बुलाया गया हो।