मनरेगा, पीएम आवास, एनआरएलएम योजनाओं में बढ़ रही महिलाओं की भूमिका
जांजगीर-चांपा। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं से महिलाएं मजबूती के साथ कदम बढ़ा रही है। महिलाओं की भूमिका महात्मा गांधी नरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन सहित सभी योजनाओं में भी तेजी से बढ़ी है। जिसके चलते गांव का विकास मजबूती के साथ हो रहा है। इसमें महिलाओं की जितनी भी तारीफ की जाए कम है। 8 मार्च 2019 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर हम सभी महिलाओं और उनके जज्बे का सम्मान करते हुए उनके हौंसले को सलाम करते हैं।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अजीत वसंत ने महिला दिवस पर महिलाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज की महिलाएं पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही है। महिलाओं की सहभागिता बढ़ाने के लिए केन्द्र के साथ ही प्रदेश सरकार योजनाओं को संचालित कर रही है। इन योजनाओं के चलते ही महिलाओं की सहभागिता ग्रामीण विकास के कार्यों में तेजी से बढ़ी है। जिसका नतीजा है कि महात्मा गांधी नरेगा में वित्तीय वर्ष 2018-19 में फरवरी माह तक 1 लाख 31 हजार 119 महिलाओं ने 23 लाख 36 हजार 905 मानव दिवस काम करते हुए रोजगार प्राप्त किया। मनरेगा के कार्यों में तालाब गहरीकरण से लेकर आंगनबाड़ी भवन, पंचायत भवन, पीडीएस गोदाम हो या फिर सड़क मार्ग का निर्माण, सभी कार्यों में महिलाओं की भूमिका किसी से छिपी नहीं है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के माध्यम से महिलाएं ऋण लेकर अपने स्व सहायता समूह को सशक्त बना रही है। जिले में 4 हजार 125 स्व सहायता समूह संचालित किए जा रहे हैं। योजना के माध्यम से बैंक से लिंकेज करते हुए मिलने वाली इस राशि का उपयोग समूह को मजबूत बनाने के लिए कर रही है। इससे होने वाली आमदनी से परिवार आर्थिक रूप से सृदृढ़ हो रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ महिलाओं को प्रमुखता से मिल रहा है। पक्के आवास में रहते हुए उन्हें ठंड, गर्मी, बारिश के दिनों में पानी भरने की समस्या की मुक्ति मिली है। वर्तमान में नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी से गांव के विकास की योजना तैयार की जा रही है। इसमें भी महिलाओं की सहभागिता को सुनिश्चित किया जा रहा है। गांव के विकास को बल मिलेगा और महिलाओं को गांव में ही स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।