नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बजट सत्र के पहले दिन संयुक्त रूप से संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित किया। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में अगले वित्तीय वर्ष के लिए सरकार की योजनाओं और नीतियों को प्रमुखता से सामने रखा। आइए देखते हैं राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में किन प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा की।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को कर रहे हैं संबोधित@airnewsalerts @PIBHindi @rashtrapatibhvn #RamNathKovind
Live : https://t.co/H3UiG4Um1k pic.twitter.com/8Z8GjmX5FH
— डीडी न्यूज़ (@DDNewsHindi) January 29, 2021
राष्ट्रपति ने गणतंत्र दिवस पर हिंसा और ट्रैक्टर परेड के दौरान तिरंगे के अपपान को को बेहद की दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसकी निंदा की। उन्होंने कहा “पिछले दिनों गणतंत्र दिवस जैसे पवित्र दिन पर तिरंगे का अपमान और दिल्ली में हुई हिंसा बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है। जो संविधान हमें अभिव्यक्ति की आजादी का अधिकार देता है, वही संविधान हमें सिखाता है कि कानून और नियम का भी उतनी ही गंभीरता से पालन करना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा कि “मेरी सरकार ने हमेशा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक तरीके से शांतिपूर्ण प्रदर्शन का हमेशा सम्मान किया है।”
लद्दाख विवाद पर बोले राष्ट्रपति
अभिभाषण में राष्ट्रपति ने एलएसी पर चीनी आक्रामकता के बारे में भी संबोधित किया और भरोसा दिलाया कि सरकार देश के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में देश की सुरक्षा के लिए चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष में अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले 20 भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि दी और कहा भारत की संप्रभुता की रक्षा के लिए अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात कर दिए गए हैं। भारत और चीन के बीच पिछले साल मई से ही एलएसी पर तनाव बना हुआ है और इस समय कड़ाके सर्दियों में भी दोनों देशों के जवान आमने-सामने तैनात हैं।
जून 2020 में हमारे 20 जवानों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए गलवान घाटी में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। हर देशवासी इन शहीदों का कृतज्ञ है।
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 29, 2021
केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद, कुछ महीने पहले लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद के चुनाव की प्रक्रिया भी सफलता-पूर्वक सम्पन्न हुई है। अब लद्दाख के लोग स्वयं, अपने प्रदेश के विकास से जुड़े निर्णय और तेजी से ले रहे हैं।
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 29, 2021
कृषि कानून
कृषि कानूनों पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा मेरी सरकार यह स्पष्ट करना चाहती है कि नए कृषि कानून देश विरोधी नहीं बल्कि देश हित में है। उन्होंने कहा कि नए कृषि कानूनों के सितम्बर में लागू होने के बाद से अब तक 10 करोड़ छोटे किसानों को तत्काल लाभ पहुंच चुका है और विभिन्न पार्टियां पहले इन उपायों का समर्थन कर चुकी हैं।
इन कृषि सुधारों का सबसे बड़ा लाभ भी 10 करोड़ से अधिक छोटे किसानों को तुरंत मिलना शुरू हुआ। छोटे किसानों को होने वाले इन लाभों को समझते हुए ही अनेक राजनीतिक दलों ने समय-समय पर इन सुधारों को अपना भरपूर समर्थन दिया था।
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 29, 2021
देश के लिए चुनौती भरा समय
राष्ट्रपति ने कहा बजट सत्र COVID-19 के चुनौतीपूर्ण समय पर आयोजित किया जा रहा है। कहा कि चुनौती चाहे कितनी भी बड़ी हो, भारत रुकेगा नहीं। उन्होंने कहा कि जब भी भारत एकजुट होता है, उसने असंभव लक्ष्य हासिल किए हैं। राष्ट्रपति ने दुख व्यक्त किया कि महामारी के खिलाफ लड़ाई में, भारत ने कई देशवासियों को खो दिया है। इस दौरान उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और छह सांसदों को श्रद्धांजलि दी है, जिनका कोरोना वायरस महामारी के दौरान निधन हो गया।
यदि अपने महत्व को बढ़ाना है तो दूसरों पर निर्भरता को कम करते हुए आत्मनिर्भर बनना होगा।
कोरोना काल में बनी वैश्विक परिस्थितियों ने, जब हर देश की प्राथमिकता उसकी अपनी जरूरतें थीं, हमें ये याद दिलाया है कि आत्मनिर्भर भारत का निर्माण क्यों इतना महत्वपूर्ण है।
– राष्ट्रपति pic.twitter.com/9bMAhG9CjC
— BJP (@BJP4India) January 29, 2021
समय से उठाए गए कदम
राष्ट्रपति ने कहा कि कोरोना महामारी के इस समय में जब दुनिया का प्रत्येक व्यक्ति इससे प्रभावित हुआ तो भारत इस लड़ाई में काफी सशक्त रहा। मुझे संतोष है कि सरकार के द्वारा उठाए गए कदम से कोरोना से लड़ने में हमे बड़ी सफलता मिली है। इस दौरान 80 करोड़ लोगों को 8 महीने तक मुफ्त अनाज उपलब्ध कराया गया।
‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना’ के माध्यम से 8 महीनों तक 80 करोड़ लोगों को 5 किलो प्रतिमाह अतिरिक्त अनाज निशुल्क सुनिश्चित किया गया। सरकार ने प्रवासी श्रमिकों, कामगारों और अपने घर से दूर रहने वाले लोगों की भी चिंता की।
– राष्ट्रपति @rashtrapatibhvn https://t.co/CpUuGVGAEs pic.twitter.com/4WCYoU2cz8
— BJP (@BJP4India) January 29, 2021
आत्मनिर्भर भारत
सरकार के आत्मनिर्भर अभियान कार्यक्रम की सराहना करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि यह केवल भारत में विनिर्माण तक ही सीमित नहीं है। बल्कि प्रत्येक भारतीय के जीवन स्तर को ऊंचा करने के साथ-साथ देश के आत्मविश्वास को बढ़ाने के उद्देश्य से भी एक अभियान है।
महामारी के कारण शहरों से वापस आए प्रवासियों को उनके ही गांवों में काम देने के लिए मेरी सरकार ने छह राज्यों में गरीब कल्याण रोजगार अभियान भी चलाया। इस अभियान की वजह से 50 करोड़ Man-days के बराबर रोजगार पैदा हुआ।
– राष्ट्रपति @rashtrapatibhvn https://t.co/CpUuGVGAEs
— BJP (@BJP4India) January 29, 2021
कोरोना वायरस टीकाकरण
कोरोना वायरस टीकाकरण के बारे में राष्ट्रपति ने कहा यह अत्यंत गर्व का विषय है कि भारत दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रम को संचालित कर रहा है। इस कार्यक्रम के तहत निकले दोनों टीकों का उत्पादन स्वदेशी रूप से किया जाता है। वहीं तीन कृषि कानूनों की मांग को खत्म करने के लिए आंदोलनरत किसानों के समर्थन में राष्ट्रपति के अभिभाषण का 18 पार्टियों ने बहिष्कार किया।