कोपेगुड़ा मंडी निर्माण का मुद्दा उठा
रायपुर। विधानसभा में बस्तर के कोपेगुड़ा मंडी निर्माण का मुद्दा सत्यनारायण शर्मा ने उठाया। सत्यनारायण शर्मा ने पूछा कि कोपेगुड़ा मंडी निर्माण की अधिसूचना बाद में जारी हुई, जबकि मंडी का निर्माण पहले कैसे हो गया? शादी हुई नहीं और बच्चा हो गया, ये बेहद गंभीर सवाल है? गंभीरता पर सहजता दिखाते हुए कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने पूछा – ये कैसे गंभीर हो गया..जरा बताईये तो?
जवाब में चौबे ने कहा कि ये सही है कि अधिसूचना 2015 में जारी होने के पहले ही मंडी का निर्माण 2013 में हो गयी थी, लेकिन इसकी शुरुआत कलेक्टर के उस पत्र के आधार से शुरू हुई थी, जिसमें ट्रैफिक व्यवस्था के मद्देनजर मंडी को अन्यत्र गठित करने को कहा गया था। रविंद्र चौबे ने बताया कि इस मामले में मंडी की तरफ से जांच टीम का गठन किया गया था, जांच की जा चुकी है। पूरक सवाल पूछते हुए अरुण वोरा ने मंडी के निर्माण में राज्य सरकार की तरफ से खर्च की गयी राशि की जानकारी मांगी गयी, जिसके जवाब में मंत्री ने बताया कि इस निर्माण में राज्य शासन का एक भी पैसा खर्च नहीं किया गया है।