सोलर पंप लगने से, पहली बार की पपीते की खेती

सोलर पंप लगने से, पहली बार की पपीते की खेती

बेमेतरा। जिला बेमेतरा के अंतर्गत साजा विकासखण्ड के ग्राम कांपा की कृषक श्रीमती खेम कुमारी वर्मा, पति श्री रमेश कुमार वर्मा के पास लगभग 3 एकड़ खेत है, जिसमें पहले कृषक काफी दूर से अस्थाई बिजली कनेक्शन लेकर सिंचाई करते थे, जिससे उन्हे कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था। जिसके पश्चात् छ.ग.शासन की सौर सुजला योजना का लाभ लेते हुये वर्ष 2018-19 मे उनके द्वारा 3 एच.पी. का सोलर पंप स्थापित कराया गया, जिसके बाद उनके द्वारा पहली बार पपीते की फसल लगाई गई है, उन्होने लगभग 3 एकड़ में 3000 पपीते के पेड़ लगाये हैं।

कृषक खेम कुमारी द्वारा बताया गया कि, वे सिंचाई के लिये ड्रिप पद्धती का उपयोग कर रहे हैं, जिसमे सोलर पंप बहुत बढिय़ा काम करता है। ड्रिप पद्धती के कारण ही वे बारी-बारी से पूरे खेत की सिंचाई कर पाते हैं। उनके द्वारा मात्र रु. 15,000 के व्यय पर सौर सुजला योजना के अंतर्गत 03 एच.पी. का सोलर पंप अपने खेत मे स्थापित करवाया गया है। कृषक ने बताया कि, सोलर पंप लगने से सिंचाई की स्थाई व्यवस्था हो गई है, जिससे उन्होने उन्नत कृषि करते हुये पपीते की फसल लगाने का साहस किया। उन्होने पपीते की फसल से लगभग 5 लाख की आय का अनुमान लगाया है, जिससे उन्हे लगभग 3.50 लाख का मुनाफा होना संभावित है। सोलर पंप की स्थापना से कृषक बहुत खुश हैं, तथा वे छ.ग.शासन को इस योजना के लिये धन्यवाद् देते हैं। विदित हो कि, सोलर पंप रात मे काम नहीं करता है, कृषक से यह बात पूछने पर कि, रात में पंप नही चलने से उन्हे कोई परेशानी होती है या नहीं, तो उनके द्वारा बताया गया कि, रात में पंप नही चलने से कोई परेशानी नही बल्कि आराम रहता है, क्योंकि ड्रिप पद्धती से एक बार मे लगभग 1.5 एकड़ की सिंचाई होती है, तथा दिन भर में पूरे 3 एकड़ की सिंचाई का काम पूरा हो जाता है, जिससे रात मे सिंचाई करने की आवश्यकता ही नही पड़ती है। छ.ग.शासन द्वारा वर्ष 2018-19 मे सौर सुजला योजनांतर्गत जिला बेमेतरा का लक्ष्य 50 पंप के विरुद्व 61 पंप स्थापित किये गये है।

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