नई दिल्ली। मुंबई पुलिस जिस तरह से ‘रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क’ के संस्थापक अर्णब गोस्वामी के घर में घुस कर उठा कर ले गई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया, उसे लेकर पूरे भारत में आक्रोश है। दिल्ली के प्रेस क्लब में भी कई पत्रकारों व अन्य लोगों ने पहुँच कर अर्णब गोस्वामी के लिए समर्थन जताया और मुंबई पुलिस व महाराष्ट्र सरकार की निंदा की। ऑपइंडिया सहित कई मीडिया संस्थानों के पत्रकार इस विरोध प्रदर्शन में शामिल रहे।
नीचे संलग्न किए गए तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि कैसे दिल्ली के प्रेस क्लब के बाहर आकर लोग अर्णब गोस्वामी के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने अपने साथ ‘संविधान से गद्दारी है, महाराष्ट्र सरकार मीडिया की हत्यारी है’ और ‘उद्धव-सोनिया होश में आओ, मीडिया पर हमले बंद करो’ लिखे बैनर ले रखा था। साथ ही वो ‘अगर आज चुप रहे तो कल आप पर हमला होगा’ लिखे पोस्टर-बैनर भी ले रखे थे।
बाला साहेब, जिंदा होते तो,
संतों के हत्यारे अबतक सो रहे होते।
उद्धव ठाकरे होश में आओ,
सोनिया की गोद से बाहर आओ।#संतों_को_न्याय_कब_मिलेगा https://t.co/PsVWGB3rvM
— Preeti Chandra Rai( मोदी का परिवार) (@PreetiChandraR1) July 17, 2020
https://twitter.com/BhiwaniWale/status/1284036781231333376?s=20
#अर्नब_गोस्वामी_पूरा_भारत_आपके_साथ_है
फिर से #आपातकाल #आपातकाल लगाने वालों को #जनता माफ नहीं करती #सोनिया_सेना_मुर्दाबाद #उद्धव_ठाकरे होश में आओ#दिशा_सालियान #सुशांत_सिंह_राजपूत का बदला #अर्नब_गोस्वामी से https://t.co/AvqyjALsbR— Jagmohan Pushkarna मोदी का परिवार (@JPushkarna) November 4, 2020
https://twitter.com/sandeep1mahto/status/1323975175302307840?s=20
उद्धव ने सोनिया सेना का मूत्र पी लिया है पगला गया है। मुल्लों का मुगलों का गन्दा खून इसकी रगों में दौड़ रहा है।
# उद्धव – खान -होश -में – आओ— सतेंद्र बर्गोती सैनिक भाई (@HM5VKSUEnCCibAv) September 9, 2020
https://twitter.com/ShreeP1960/status/1304416154044178433?s=20
#IndiaWithArnab लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला बर्दास्त नहीं क्या जाएगा। होश में आओ उद्धव ठाकरे, सोनिया सेना मत बनो नहीं तो तुम्हारा भी हाल कांग्रेस की तरह होनेवाली है।
— Manoj Kumar Bharti (@MKBharti1972) November 4, 2020
साथ ही नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) ने भी महाराष्ट्र सरकार की निंदा करते हुए कहा कि अर्णब गोस्वामी को बिना किसी पूर्व-सूचना के जबरन उनके घर में घुस कर गिरफ्तार किया गया। यूनियन ने कहा कि ये पुलिस बल का दुरूपयोग है और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को वश में करने का प्रयास है। यूनियन ने इसे अमानवीय, हृदयहीन और गैर-कानूनी बताया। यूनियन ने ध्यान दिलाया कि कैसे अर्णब को उनके वकीलों की सलाह भी नहीं लेने दी गई।
यूनियन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में हस्तक्षेप करने की माँग करते हुए कहा कि राजनीतिक कारणों से अर्णब गोस्वामी को प्रताड़ित किया जा रहा है। साथ ही इसे सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का स्पष्ट उल्लंघन भी करार दिया। मेजर जनरल (रिटायर्ड) जीडी बख्शी ने भी विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। पत्रकारों ने कहा कि ये सब उसी महाराष्ट्र में हो रहा है, जहाँ बालासाहब ठाकरे कार्टून्स के जरिए अपनी बात रखते थे।
ज्ञात हो कि ‘इंडियन डिजिटल मीडिया असोसिएशन (IDMA)’ ने ‘रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क’ के मुख्य संपादक अर्णब गोस्वामी की गिरफ़्तारी और मुंबई पुलिस की ‘मनमानी’ पर हैरानी जताई है। ‘रिपब्लिक टीवी’ के अनुसार, अर्णब गोस्वामी के साथ दुर्व्यवहार किया गया, उन्हें जबरन पुलिस थाने ले जाते समय कई गाड़ियों का बदल-बदल कर इस्तेमाल किया गया। चैनल ने ये भी बताया है कि अर्णब गोस्वामी की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस न तो कोई वारंट और न ही कोई अदालती आदेश लेकर आई थी।