अर्ध रात्रि से देश में तीन सप्ताह, 14 अप्रैल तक पूरे देश में लॉकडाउन किया जाता है, जान है तो जहान है, कहा- कोरोना- कोई, रोड पर, ना निकले

नई दिल्ली। कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के बढ़ते मामलों के बीच PM नरेंद्र मोदी एकबार फिर देश को संबोधित किए। इस दौरान उन्होंने 21 दिनों के लिए पूर्ण रूप से लॉकडाउन की घोषणा की। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जो जहां हैं, वहीं रहें। यह लॉकडाउन आपके भविष्य के लिए बेहद जरूरी है। प्रधानमंत्री ने लोगों से किसी भी कीमत पर घर के बाहर नहीं आने की सलाह दी है। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का संकल्प जो हमने लिया था उसकी सिद्धी के लिए भारत के लोगों ने योगदान दिया।

PM मोदी इससे पहले भी बीते गुरुवार को राष्ट्र को संबोधित किए थे, जिसमें उन्होंने देश से रविवार को जनता कर्फ्यू लगाने की अपील की थी। PM मोदी के ऐलान पर लोगों ने इसे ना सिर्फ सफल बनाया, बल्कि प्रधानमंत्री के आह्वान पर ही कोरोना संक्रमण के बीच आवश्यक सेवाओं सेवाओं में जुटे डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ, पुलिस के जवान, सफाईकर्मियों सहित अन्य लोगों के प्रति ताली बजाकर आभार प्रकट किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आप कोरोना वैश्विक महामारी पर पूरी दुनिया की स्थिति को समाचारों के माध्यम से सुन रहे हैं और देख भी रहे हैं। दुनिया के समर्थ से समर्थ देशों को भी कैसे इस महामारी ने बिल्कुल बेबस कर दिया है। आप कोरोना वैश्विक महामारी पर पूरी दुनिया की स्थिति को समाचारों के माध्यम से सुन रहे हैं और देख भी रहे हैं। दुनिया के समर्थ से समर्थ देशों को भी कैसे इस महामारी ने बिल्कुल बेबस कर दिया है। अगर हम कोरोना के प्रसार को रोकना चाहते हैं, तो हमें संक्रमण के चक्र को तोड़ना होगा। कुछ लोग इस ग़लतफ़हमी में हैं कि सामाजिक भेद केवल उन लोगों के लिए है जो COVID-19 से पीड़ित हैं। यह सही नहीं है। कुछ लोगों की लापरवाही, कुछ लोगों की गलत सोच, आपको, आपके बच्चों को, आपके माता पिता को, आपके परिवार को, आपके दोस्तों को, पूरे देश को बहुत बड़ी मुश्किल में झोंक देगी।

श्री मोदी ने कहा कि इस लॉकडाउन की एक आर्थिक कीमत देश को उठानी पड़ेगी। लेकिन एक-एक भारतीय के जीवन को बचाना इस समय मेरी, भारत सरकार की, देश की हर राज्य सरकार की, हर स्थानीय निकाय की, सबसे बड़ी प्राथमिकता है। आने वाले 21 दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो, कोरोना वायरस की संक्रमण की सायकिल तोड़ने के लिए कम से कम 21 दिन का समय बहुत अहम है। घर में रहें, घर में रहें और एक ही काम करें कि अपने घर में रहें। आपको ये याद रखना है कि कई बार कोरोना से संक्रमित व्यक्ति शुरुआत में बिल्कुल स्वस्थ लगता है, वो संक्रमित है इसका पता ही नहीं चलता। इसलिए ऐहतियात बरतिए, अपने घरों में रहिए।

PM मोदी ने कहा कि ये धैर्य और अनुशासन की घड़ी है। जब तक देश में lockdown की स्थिति है, हमें अपना संकल्प निभाना है, अपना वचन निभाना है। मेरी आपसे प्रर्थना है कि घरों में रहकर आप उनके लिए मंगलकामना कीजिए जो खुद को खतरे में डालकर दूसरों को बचा रहे हैं। भारत आज उस स्टेज पर है जहां हमारे आज के एक्शन तय करेंगे कि इस बड़ी आपदा के प्रभाव को हम कितना कम कर सकते हैं। ये समय हमारे संकल्प को बार-बार मजबूत करने का है। कोरोना से निपटने के लिए उम्मीद की किरण, उन देशों से मिले अनुभव हैं जो कोरोना को कुछ हद तक नियंत्रित कर पाए। हफ्तों तक इन देशों के नागरिक घरों से बाहर नहीं निकले, इसलिए ये देश इस महामारी से बाहर निकलने की ओर बढ़ रहे हैं।

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