‘हुनर हाट’ में जब प्रधानमंत्री ने खाया लिट्टी-चोखा पी कुल्हड़ की चाय, चढ़ा सियासी पारा मिली नसीहत-सलाह

नई दिल्ली। बुधवार को दिल्ली के हुनर हाट पहुंच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिट्टी चोखे का स्वाद क्या चखा, बिहार में उपले की आग की तरह अब राजनीतिक पारा तेज हो गया है। प्रधानमंत्री के लिट्टी चोखा खाने के बाद से इसे राजनीति से जोड़ा जा रहा है क्योंकि इसी साल बिहार में चुनाव होने हैं। सोशल मीडिया हो या फिर राजनीतिक पंडित, सभी इसे बिहार चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं। वह इसे बीजेपी की रणनीति का हिस्सा मान रहे हैं। लेकिन प्रधानमंत्री के इस लिट्टी चोखे के स्वाद ने बिहार में विरोधियों को उनपर तंज कसने का मौका दे दिया है।

https://twitter.com/narendramodi/status/1230077171953070080?s=20

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा कि प्रसिद्ध और स्वादिष्ट बिहारी खाना पसंद करने के लिए पीएम का धन्यवाद! क्योंकि बिहार के सीएम नहीं पूछ सकते, इसलिए मैं आपका ध्यान बिहार की उन जायज मांगों की ओर ले जाना चाहता हूं, जो काफी लंबे समय से लंबित हैं। विशेष राज्य का दर्जा, विशेष पैकेज, बाढ़ राहत कोष और “आयुष्मान भारत” का फंड।

वहीं तेजस्वी यादव के बड़े भाई और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने भोजपुरी में एक ट्वीट करते हुए PM मोदी पर जोरदार हमला किया। तेज ने लिखा, “कतनो खईबऽ लिट्टी चोखा, बिहार ना भुली राउर धोखा..!” यानि कि कितना भी लिट्टी चोखा आप खाएंगे पर जो आपने धोखा किया है उसे बिहार की जनता नहीं भुलेगी।

हालांकि सत्तापक्ष प्रधानमंत्री के लिट्टी चोखा खाये जाने को लेकर काफी उत्साहित दिख रहा है। भाजपा की सहयोगी और नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने इसे बिहार की अस्मिता से जोड़ते हुए कहा कि हम बिहारियों के स्वादिष्ट व्यंजन को प्रधानमंत्री ने सम्मान दिया है। वहीं भाजपा भी इस से गदगद नजर आ रही है। प्रधानमंत्री के लिट्टी चोखा खाने वाले फोटो आज बिहार की लगभग सभी अखबारों में प्रमुखता से छपी है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की ओर से आयोजित ‘हुनर हाट’ में बुधवार को अचानक पहुंचे, वहां लिट्टी-चोखा खाया एवं कुल्हड़ की चाय पी जिसका भुगतान उन्होंने खुद किया। प्रधानमंत्री ने ‘हुनर हाट’ में मौजूद एक स्टॉल पर रुककर लिट्टी-चोखा खाया जिसके लिए उन्होंने 120 रुपये का भुगतान किया।

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